हरदा के ग्राम गोयद से 6 दिसंबर को शुरू की थी परिक्रमा*
आज करूणाधाम में हुआ भव्य स्वागत
भोपाल : (mediasaheb.com), करुणाधाम आश्रम के पीठाधीश्वर श्री सुदेश जी शांडिल्य महाराज 6 दिसंबर से नर्मदा परिक्रमा पर थे। यह परिक्रमा हरदा के ग्राम गोयद से शुरू की गई थी। उनके साथ महिला, पुरुष और युवाओ ने भी परिक्रमा की।
गुरुदेव श्री शांडिल्य आज नर्मदा परिक्रमा पूर्ण कर भोपाल वापस आए। आश्रम में शाम को भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने नर्मदा परिक्रमा को सामाजिक समरसता का विश्व का सबसे बड़ा उदाहरण बताया है। गुरुदेव शांडिल्य ने परिक्रमा के दौरान प्रत्येक दिन एक पौध-रोपण किया, उसके रख-रखाव की जिम्मेदारी भी तय की। लगभग 4000 किलोमीटर की यात्रा 84 दिन में पूर्ण की।
दिसंबर माह में प्रारंभ हुई नर्मदा पद परिक्रमा का आज समापन किया गया। गुरुदेव श्री शांडिल्य महाराज ने 65 युवाओं के साथ मिल कर 84 दिन में साढ़े तीन हजार किलो मीटर की पद परिक्रमा पूर्ण की।
उल्लेखनीय यह है कि यह पद परिक्रमा अन्य पद परिक्रमा से अलग रही क्योंकि इस परिक्रमा के तहत गुरुदेव ने पर्यावरण का संदेश देते हुए, 100 से अधिक पौधा रोपण किया और समाज को पर्यावरण के प्रति सचेत किया और महत्व बताया।
साथ ही परिक्रमा का समापन ओंकारेश्वर में किया एवं
भोपाल प्रस्थान कर आश्रम एवं नगर वासियों ने धूम धाम से स्वागत किया और आश्रम को जगमग किया गया।