मध्यप्रदेश :वेतन बढ़ाने की मांग को लेकर सामूहिक इस्तीफा देंगे 3300 मेडिकल टीचर्स
भोपाल, (mediasaheb.com) इंदौर (#Indore ) के गांधी मेडिकल और भोपाल (#Bhopal ) के हमीदिया अस्पताल सहित प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में आने वाले दिनों में मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ सकता है। दरअसल, प्रदेश(#Pradesh ) के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाने वाले सीनियर डॉक्टर्स (मेडिकल टीचर्स) (#MediacalTeacher ) वेतनमान नहीं बढ़ने से नाराज हैं और उन्होंने अपने आंदोलन को तेज करते हुए सामूहिक इस्तीफा देने का मन बना लिया है। प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों के 3300 सीनियर डॉक्टर्स आगामी नौ जनवरी को एकसाथ अपने-अपने कॉलेज के डीन को सामूहिक रूप से इस्तीफा सौंपेंगे। इसके साथ वे काम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे।
मध्यप्रदेश (#Madhyapradesh ) मेडिकल टीचर्स (#MediacalTeacher ) एसोसिएशन की सेंट्रल कमेटी के अध्यक्ष डॉ सुनील अग्रवाल ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधीन कार्यरत डॉक्टर्स लम्बे समय से अन्य विभागों की तरह सातवां वेतनमान दिए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए सितम्बर-2019 में भोपाल में सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया गया था, जिसमें प्रदेश के सभी 3300 डॉक्टर शामिल हुए थे। तब डॉक्टरों ने दो दिन तक काम नहीं किया था। उस समय हड़ताल को देखते हुए राज्य सरकार ने मांगों को मानने का आश्वासन दिया था लेकिन तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी वेतन बढ़ाने से संबंधित मांग पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसीलिए सभी डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफा देने का मन बनाया है।
वहीं, मध्यप्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन इंदौर (#Indore ) के सचिव डॉ राहुल रोकड़े ने कहा कि हम 2016 से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। अन्य विभागों के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डॉक्टरों को भी सातवां वेतनमान दिया जा रहा है लेकिन राज्य में केवल चिकित्सा शिक्षा विभाग (#MedicalEducationDept. ) ही है जहां डॉक्टरों को सातवें वेतनमान का लाभ नहीं मिल रहा। इसको लेकर हमारी सेंट्रल बॉडी ने तय किया है कि प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेजों के 3300 सीनियर डॉक्टर आगामी नौ जनवरी को एकसाथ अपने-अपने कॉलेज के डीन को इस्तीफा सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय सरकारें दावा करती हैं कि डॉक्टरों की सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा लेकिन बाद में उन पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता।
इसी प्रकार मध्यप्रदेश मेडिकल एसोसिएशन के प्रदेश सचिव डॉ राकेश मालवीय ने बताया कि सरकार ने सभी विभागों को सातवां वेतनमान दिया है लेकिन चिकित्सा शिक्षकों को इससे वंचित रखा जा रहा है। सीनियर डॉक्टर्स पिछले दो साल से वेतन (#Salary ) बढ़ाने की मांग कर रहे हैं लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। इसीलिए एसोसिएशन ने निर्णय लिया है कि हम सामूहिक इस्तीफा देंगे। (हि.स.)।