हरदा (mediasaheb.com)| केंद्र सरकार ने डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री नियमों में कुछ बदलाव किए हैं। 21 जून को इसका नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन में किए गए बदलाव में ‘नेटवर्क’ शब्द जोड़ दिया गया है। नोटिफिकेशन में खंड (घ) में ‘सीधे विक्रेताओं के माध्यम के स्थान पर सीधे विक्रेताओं के नेटवर्क के माध्यम से शुरू किया जाएगा। इस एक शब्द के जोड़ दिए जाने से हरदा के डायरेक्ट सेलिंग उद्यमीयों में खुशी की लहर है।
हरदा जिले के सैकड़ों युवा इस इंडस्ट्री में
उद्यमी है। जिसमे संदीप पटवारे,राम पाटिल, गौरव चोलकर, सौरभ राजपूत, विनोद गुर्जर सहित अन्य कई युवा कार्यरत है।हरदा सहित अन्य औद्योगिक शहरों में संचालित हो रही डायरेक्ट सेलिंग उधोगों में खुशी की लहर है।अधिसूचना जारी होने के बाद डायरेक्ट सेलिंग और एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटीज ऑफ इंडिया (ADSEI) के पदाधिकारियों ने इसे बड़ा फैसला बताते हुए मोदी सरकार द्वारा आत्मनिर्भर भारत के लिए उठाया गया एक शानदार कदम बताया है। इसके लिए काफी लंबे समय से लड़ाई लड़ रही
संदीप पटवारे ने बताया कि इस नोटिफिकेशन से देश मे डायरेक्ट सेलिंग करना आसान हो जाएगा और इंडस्ट्री तेजी से बढ़ेगी।
राम पाटिल ने बताया कि अब इंडस्ट्री में फैले सभी भ्रम को विराम लगेगा और काम करने में आसानी होगी।
इसी उद्योग से जुड़े सौरभ राजपूत ने कहा कि डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री को लीगल स्टेटस मिलने से देश के लोगो मे इंडस्ट्री के प्रति भरोसा बढ़ेगा। सही मायने में इस अधिसूचना से नेटवर्क ऑफ डायरेक्ट सेलर्स को सम्मान मिला है।
विनोद गुर्जर ने कहा कि भारत सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय से देश के करोड़ों डायरेक्ट सेलर का भविष्य सुरक्षित हो गया है।गौरव चोलकर ने बताया क्या होता है डायरेक्ट सेलिंग इसमें सारा काम एक डिस्ट्रीब्यूटर का होता है। क्योंकि वही प्रोडक्ट की मार्केटिंग करता है और उसे सीधे ग्राहकों तक पहुंचाता है, जो कंपनी अपनी प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए विज्ञापन नहीं करती बल्कि लोगों से सेल करवाती है वह डायरेक्ट सेलिंग कहलाती है।
कन्ज्यूमर को क्या फायदा
इस बिजनेस की सबसे अच्छी बात ये है कि इसे आप बहुत ही कम पैसों में शुरू कर सकते हैं। यूं कहें की इसे आप जीरो इन्वेस्टमेंट से शुरू कर सकते हैं क्योंकि डायरेक्ट सेलिंग में आपको पैसे लगाने नही होते हैं बल्कि कुछ प्रोडक्ट खरीदने होते हैं और आपका बिजनेस स्टार्ट हो जाता है। लेकिन यदि आप कोई दूसरा बिजनेस स्टार्ट करते हैं तो छोटे से छोटे बिजनेस में भी लाखों रुपए लगाना पड़ जाएगा।
1000 करोड़ से अधिक का कारोबार
देश में डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों का 1000 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार होता है। मध्यप्रदेश के अलावा डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में 12 प्रतिशत के साथ महाराष्ट्र की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा है। उसके बाद 10-10 प्रतिशत के साथ पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश का स्थान है। बिहार का कुल कारोबार में योगदान छह प्रतिशत तथा कर्नाटक और ओडिशा का पांच-पांच प्रतिशत है।