(mediasaheb.com) इस ऐतिहासिक पल के गवाह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे. बताया जा रहा है कि चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखने के लिए पीएम मोदी ISRO जा सकते हैं.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज यानी मंगलवार को चंद्रयान-2 को चंद्रमा की पहली कक्षा में स्थापित किया. चंद्रमा के चारों तरफ दो चक्कर लगाने के बाद 7 सितंबर को चंद्रयान-2 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा. इस ऐतिहासिक पल के गवाह खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनेंगे. बताया जा रहा है कि चंद्रयान-2 की लैंडिंग देखने के लिए पीएम मोदी ISRO जा सकते हैं.
इसरो का चंद्रयान-2 मंगलवार सुबह चांद की कक्षा में स्थापित हो गया. अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, योजना के अनुरूप मंगलवार सुबह 9.02 बजे लूनर ऑर्बिट इंसर्शन (एलओआई) सफलतापूर्व संपन्न हो गया. चंद्रयान-2 के सभी सिस्टम बिल्कुल सही तरीके से काम कर रहे हैं.
इसरो ने कहा, “यह विशेष कार्यक्रम 1,738 सेकेंड का था, जिसमें चंद्रयान-2 सफलतापूर्वक चांद की कक्षा में प्रवेश कर गया. कक्षा 114 किलोमीटर गुणा 18,072 किलोमीटर की है.” इसके बाद, चंद्रयान-2 को कई कक्षाओं में प्रवेश कराने के बाद, चांद की सतह से लगभग 100 किलोमीटर दूर चांद के ध्रुवों से गुजरते हुए इसकी अंतिम कक्षा में प्रवेश कराना होगा.
इसके बाद लैंडर विक्रम कक्षा से अलग हो जाएगा और चांद के चारों तरफ 100 किलोमीटर गुणा 30 किलोमीटर की कक्षा में प्रवेश कर जाएगा. इसरो ने कहा, “इसके बाद यह 7 सितंबर 2019 को चांद के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में प्रवेश करेगा.”