पीएम मित्र पार्क, पीएलआई योजना और राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन, निवेश को आकर्षित करेंगे और निर्यात को बढ़ावा देंगे
नई दिल्ली (mediasaheb.com)| अगस्त 2024 के भारत के व्यापार संबंधी आंकड़ों के अनुसार, भारत का वस्त्र क्षेत्र सभी वस्त्र निर्यात में रेडीमेड गारमेंट्स (आरएमजी) में वर्ष-दर-वर्ष 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ महत्वपूर्ण विस्तार के लिए तैयार है, जो एक उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। भारत की अंतर्निहित शक्तियों और निवेश एवं निर्यात को प्रोत्साहित करने वाले मजबूत नीतिगत ढांचे के कारण देश में वस्त्र क्षेत्र के 2030 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है। संपूर्ण मूल्य श्रृंखला क्षमता, मजबूत कच्चे माल के आधार, बड़े निर्यात फुटप्रिंट और सशक्त एवं तेजी से बढ़ते घरेलू बाजार के साथ, भारत वस्त्र क्षेत्र में एक पारंपरिक अग्रणी देश है। पाइपलाइन में कई निवेश निर्णयों की उत्साहजनक रिपोर्टें उद्योग के लिए अच्छा संकेत हैं।
सरकार के रोडमैप के हिस्से के रूप में कई योजनाओं एवं नीतिगत पहलों का उद्देश्य इन अंतर्निहित शक्तियों का लाभ उठाना और उन्हें उत्प्रेरित करना है ताकि वस्त्र क्षेत्र को 2030 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिल सके। हालांकि अगले 3-5 वर्षों में पीएम मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क और उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के माध्यम से 90,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आने की उम्मीद है, वहीं राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन जैसी योजनाओं से भारत को तकनीकी वस्त्र जैसे उभरते क्षेत्रों में नेतृत्व की स्थिति हासिल करने में मदद मिलने की उम्मीद है।
पिछले महीने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के अमरावती में पीएम मित्र पार्क की आधारशिला रखी थी। यह प्रमुख पीएम मित्र पार्क योजना के तहत देश भर में स्वीकृत 7 पार्कों में से एक है। प्लग एंड प्ले सुविधाओं सहित विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के साथ, पीएम मित्र पार्क भारत को वस्त्र विनिर्माण निवेश और निर्यात के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने के दृष्टिकोण को साकार करने में एक बड़ा कदम होगा। प्रत्येक पीएम मित्र पार्क के पूरा हो जाने पर 10,000 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित होने और लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष रोजगार और 2 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने की उम्मीद है।
पीएलआई योजना, जिसमें 28,000 करोड़ रुपये से अधिक का कुल अनुमानित निवेश, 2,00,000 करोड़ रुपये से अधिक का अनुमानित कारोबार और लगभग 2.5 लाख रोजगार सृजन का प्रस्ताव है। इस योजना का उद्देश्य देश में एमएमएफ परिधान और वस्त्र एवं तकनीकी वस्त्र उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देना है ताकि वस्त्र उद्योग को आकार और पैमाने हासिल करने में सक्षम बनाया जा सके।
राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन एक विशेष मिशन है जिसका उद्देश्य रणनीतिक क्षेत्रों सहित देश के विभिन्न प्रमुख मिशनों और कार्यक्रमों में तकनीकी वस्त्रों के उपयोग को बढ़ाना है। यह मिशन विशेष फाइबर और कंपोजिट, जियोटेक्सटाइल, एग्रो टेक्सटाइल, प्रोटेक्टिव टेक्सटाइल, मेडिकल टेक्सटाइल, डिफेंस टेक्सटाइल, स्पोर्ट्स टेक्सटाइल एवं पर्यावरण अनुकूल वस्त्रों को कवर करने वाले स्टार्टअप और अनुसंधान परियोजनाओं को बढ़ावा देता है।
केन्द्रीय स्तर पर सहायक नीतिगत ढांचे को वस्त्र उद्योग में उच्च विकास क्षमता वाले कई राज्यों की नीतिगत पहलों द्वारा पूर्ण किया जाता है। (स्त्रोत-पीआईबी)