नई दिल्ली(Mediasaheb.com)| नीति आयोग के सदस्य स्वास्थ्य डाॅ. वी के पाल ने कहा है कि भारत के डिजिटल उत्पाद पूरे विश्व के लिए हैं तथा नवाचार को प्रोत्साहन देकर डिजिटल स्वास्थ्य अंतराल को घटाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। डॉ. पॉल ने सोमवार को हैदराबाद में G-20 स्वास्थ्य कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक के दूसरे दिन संबोधित करते हुए कहा कि भारत की डिजिटल अवसंरचना और क्षमताएं वैश्विक आर्थिक विकास और मानव विकास की समर्थक हैं।
उन्होंने कहा कि दक्षिण विश्व में भारत सार्वभौमिक स्वास्थ्य की सहायता के लिए डिजिटल समाधान और नवाचार को बढ़ावा देकर डिजिटल स्वास्थ्य विभाजन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है।डॉ. पाल ने आयुष्मान भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि डिजिटल स्वास्थ्य टेलीमेडिसिन और मोबाइल एप्लिकेशन जैसी पहलों के माध्यम से लोगों तक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं पहुंचाता है। उन्होंने कहा, “आइए हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करें, जहां डिजिटल स्वास्थ्य उपकरणों और सेवाओं का एक व्यापक पैकेज सभी के लिए सुलभ हो, जहां 2035 तक डिजिटल स्वास्थ्य सभी के लिए हो।” (वार्ता)
Saturday, September 13
Breaking News
- एमपी के 18 जिलों के किसानों की किस्मत बदलेगा 2050 करोड़ का महा-प्रोजेक्ट
- मुख्यमंत्री यादव ने ऑन द स्पॉट लिया फैसला
- दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला: माता-पिता जिंदा रहते पोते-पोतियों का दादा-दादी की प्रॉपर्टी पर कोई अधिकार नहीं
- महाराष्ट्र सरकार के सूचना और जनसम्पर्क अधिकारियों का अध्ययन दल म.प्र. आया
- मणिपुर से पीएम मोदी का संदेश: अशांति के बीच भी लोकतंत्र सर्वोच्च
- वैश्विक बाजार से सीधे जुड़ेंगे मप्र के कपास उत्पादक किसान
- लोकसेवकों के लिए सर्वाधिक डिजिटल प्रशिक्षण कोर्स तैयार करने वाला पहला राज्य बना मध्यप्रदेश
- डिजिटल स्पेस में मानव अधिकार संरक्षण एक बड़ी चुनौती : लोकायुक्त सिंह
- दारू सस्ती, दवा महंगी: धीरेंद्र शास्त्री का सवाल – विश्वगुरु कैसे बनेगा भारत?
- LKG छात्र की मासूम बात से स्कूल में हंगामा, धर्मनिरपेक्ष शिक्षा पर उठे सवाल