नई दिल्ली/ जिनेवा (mediasaheb.com) केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा है कि भारत दुनिया की फार्मा राजधानी बनकर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र को सस्ते चिकित्सा उपायों पर मज़बूती प्रदान कर रहा है। श्री चंद्रा ने सोमवार को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में “WHO दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अरबों लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने” पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
इसका आयोजन डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय कार्यालय दक्षिण-पूर्व एशिया (SEARO) और भारत सरकार ने मिलकर किया था।
बैठक का उद्देश्य दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य मुद्दों का समाधान करने के लिए सदस्य देशों, डब्ल्यूएचओ और भागीदारों की ठोस कार्रवाई की रणनीति बनाना था। बैठक की शुरुआत भारत की स्वास्थ्य यात्रा पर एक वीडियो के साथ हुई जिसमें प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत मिशन के चार स्तंभों को प्रदर्शित किया गया। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कोविड के दौरान भारत की डिजिटल तकनीकों पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा कि इस भारत दुनिया की फार्मा राजधानी बनकर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र को सस्ते चिकित्सा उपाय उपलब्ध करा रहा है।
श्री चंद्रा ने भारत की आरोग्य मैत्री परियोजना के तहत विकसित एक अभिनव उत्पाद, बीएचआईएसएम क्यूब पर भी प्रकाश डाला, जो एक कॉम्पैक्ट, मॉड्यूलर चिकित्सा सहायता क्यूब है जिसे 200 तक घायलों के इलाज के लिए तैयार किया गया है। यह अत्याधुनिक तकनीक से लैस है जिसे किसी भी आपदा और आपात स्थिति के दौरान तैनात किया जा सकता है। इस अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव हेकाली झिमोमी, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की अपर सचिव एवं प्रबंध निदेशक (NHM) आराधना पटनायक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. बसंत गर्ग, जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में भारत के राजदूत एवं स्थायी प्रतिनिधि अरिंदम बागची, विश्व स्वास्थ्य संगठन दक्षिण – पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक साइमा वाजेद तथा अन्य देशों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। (वार्ता)