पुणे: “भारत माता की जय”, “वंदे मातरम्” के जोशीले नारों, पारंपरिक परिधानों में सजे नन्हे-मुन्नों, मॅनेट कैडेट्स की शानदार परेड और हजारों विद्यार्थियों की देशभक्ति से सराबोर माहौल में एमआईटी आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के ‘मॅनेट’ भवन प्रांगण में देश का 79वां स्वतंत्रता दिवस बड़े ही उत्साह और गौरव के साथ मनाया गया।
समारोह में नौसेना के पूर्व उपप्रमुख, वाइस एडमिरल मुरलीधर एस. पवार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंच पर विश्वविद्यालय के कार्याध्यक्ष एवं प्र-कुलपति प्रो. डॉ. मंगेश कराड, कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. सुनीता कराड, कुलगुरु प्रो. डॉ. राजेश एस., प्रोवोस्ट प्रो. डॉ. सायली गणकर, प्र-कुलगुरु डॉ. रामचंद्र पुजेरी, डॉ. मोहित दुबे, कुलसचिव डॉ. महेश चोपड़े और मॅनेट के प्राचार्य कैप्टन प्रेरित मिश्रा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में वाइस एडमिरल मुरलीधर एस. पवार ने कहा कि भारतीय नौसेना को महाराष्ट्र के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रेरणादायी वारसा प्राप्त है। हिंदवी स्वराज्य की प्रेरणा शिवाजी महाराज में राष्ट्रमाता जिजाबाई ने डाली थी। आज की पीढ़ी को सही दिशा देने की जिम्मेदारी पहले घर की और फिर शिक्षकों की है। भारत को विश्व में महाशक्ति के रूप में स्थापित करने में युवाओं की अहम भूमिका होगी, इसलिए उन्हें स्वयं को सशक्त रखते हुए नशे जैसी बुराइयों से दूर रहना चाहिए।
प्रो. डॉ. मंगेश कराड ने कहा कि भारत को स्वतंत्रता सहजता से नहीं मिली है। अनगिनत बलिदानों के बाद हम आज आज़ाद हवा में सांस ले पा रहे हैं। इस दिन हमें स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ देश की प्रगति में योगदान देने वाले किसानों और श्रमिकों का भी स्मरण करना चाहिए। विकसित भारत के सपने को साकार करने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी युवाओं पर है, इसलिए उन्हें कौशल आधारित शिक्षा देकर देश की चुनौतियों का समाधान करने के लिए प्रोत्साहित करना आवश्यक है।
कार्यक्रम का आरंभ ध्वजारोहण से हुआ। इसके बाद विद्यार्थियों ने मनमोहक नृत्य और देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति देकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन ‘मॅनेट’ के कैडेट्स ने किया।