रायपुर में जुटे वैश्विक विशेषज्ञ, CII – ग्रीन स्टील और माइनिंग समिट 2025 में ग्रीन स्टील निर्माण की टेक्नोलॉजी, नीति और निवेश पर हुई गहन चर्चा
CII द्वारा आयोजित ग्रीन स्टील और माइनिंग समिट में शामिल हुए छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री और वित्त मंत्री कल दूसरे दिन माननीय उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव करेंगे शिरकत
रायपुर | भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा “ग्रीन स्टील और माइनिंग समिट 2025″ का आयोजन नया रायपुर के MayFair लेक रिज़ॉर्ट में किया गया। यह एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन-एवं प्रदर्शनी है।इस प्रभावशाली समिट में भारत और विदेशों से 400 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया, जिनमें अमेरिका, दक्षिण कोरिया, फिनलैंड, जर्मनी और स्वीडन जैसे देशों के प्रतिभागी भी शामिल थे। सम्मेलन में स्टील और माइनिंग वैल्यू चेन से जुड़े नीति निर्माता, तकनीकी नवप्रवर्तक, स्थिरता विशेषज्ञ, शोधकर्ता और उद्योगपती एकत्र हुए और भारत के स्टील सेक्टर के ग्रीन परिवर्तन को गति देने की दिशा में चर्चा की।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ सरकार के माननीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री लक्ष्मण लाल देवांगन ने की। उन्होंने राज्य सरकार की प्रगतिशील औद्योगिक नीतियों की सराहना की, जिनमें कौशल प्रशिक्षण सब्सिडी, डिजिटाइज़्ड भूमि अभिलेख, ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस सुधार, रोज़गार योजनाएं और निजी लॉजिस्टिक्स पार्क की स्थापना शामिल है, जिससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है।
इस समिट में छत्तीसगढ़ के माननीय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने भी शिरकत की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ भारत के स्टील उत्पादन को 200 मिलियन टन से बढ़ाकर 2030 तक 300 मिलियन टन करने के लक्ष्य में प्रमुख भूमिका निभाएगा। राज्य का उत्पादन 28 मिलियन टन से बढ़कर 35 मिलियन टन होने की उम्मीद है। इसे समर्थन देने हेतु नई औद्योगिक विकास नीति 2024–30 में ग्रीन स्टील उत्पादन के लिए प्रोत्साहन शामिल हैं।
बुनियादी ढांचे का विकास भी तेज़ गति से हो रहा है, जिसमें रु.47,000 करोड़ के रेलवे प्रोजेक्ट्स कार्यान्वित हो रहे हैं। जल्द ही बस्तर को तेलंगाना से जोड़ने वाली 138 किलोमीटर लंबी रेल लाइन शुरू होगी, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी सुधरेगी। इसके अलावा परामलकासा–खरसिया लाइन प्रमुख औद्योगिक केंद्रों को जोड़ेगी, जिससे लॉजिस्टिक्स आसान होगा और औद्योगिक विस्तार तेज़ होगा।
छत्तीसगढ़ भारत के Net Zero 2070 लक्ष्य के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादन पर ज़ोर है। नई सरकार के गठन के बाद से राज्य में रु.3.5 लाख करोड़ से अधिक के नए निवेश आए हैं, जो इसे एक उभरती औद्योगिक शक्ति के रूप में स्थापित करते हैं।
समिट में छत्तीसगढ़ के माननीय वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी भी उपस्थित रहे। उन्होंने समिट के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक की अध्यक्षता की।
अपने संबोधन में श्री ओ.पी. चौधरी ने छत्तीसगढ़ को उच्च संभावनाओं वाला निवेश गंतव्य बताते हुए नया रायपुर को भविष्य का एजुकेशन-सिटी और मेडिकल-सिटी बताया। उन्होंने लेयर 1 में रु.20,000 करोड़ की भूमि बैंक और अगले तीन वर्षों में लेयर 2 के विकास की योजना का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा, “भारत की $30 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था की यात्रा छत्तीसगढ़ जैसे उभरते विकास केंद्रों से संचालित होगी।” उन्होंने राज्य की जीएसटी वृद्धि दर, रु.567 करोड़ की सब्सिडी वितरण, और औद्योगिक सब्सिडी में रु.250 करोड़ से रु.1,000 करोड़ तक वृद्धि का उल्लेख किया, जिसे आगामी 2–3 वर्षों में रु.3,000 करोड़ तक पहुंचाने की योजना है।
प्रथम सत्र की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन (आईएएस) ने की। उन्होंने कहा कि स्टील क्षेत्र में ग्रीन टेक्नोलॉजी अपनाने के लिए लागत व्यवहार्यता महत्वपूर्ण है। “कच्चे माल की पसंद, ऊर्जा स्रोत और अंतरराष्ट्रीय अनुभव निर्णायक हैं। हमें रायपुर स्टील क्लस्टर में पायलट प्रोजेक्ट्स शुरू कर उनके स्केलेबल मॉडल्स को परखना होगा।”
पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार के उद्योग सचिव श्री रजत कुमार (आईएएस) ने 2024–30 की नई औद्योगिक विकास नीति पर एक प्रस्तुति दी और राष्ट्रीय व वैश्विक हितधारकों को राज्य के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
इस समिट की मेज़बानी श्री संजय जैन (अध्यक्ष), श्री बजरंग गोयल (उपाध्यक्ष), और श्री सिद्धार्थ अग्रवाल (पूर्व अध्यक्ष), CII छत्तीसगढ़ द्वारा की गई, जिसमें राज्य सरकार और प्रमुख उद्योग साझेदारों का समर्थन रहा।
तकनीकी और प्रदर्शनी की मुख्य झलकियाँ:
8 केंद्रित तकनीकी सत्र, 40+ विशेषज्ञ वक्ताओं के साथ
30+ प्रदर्शकों की टेक्नोलॉजी प्रदर्शनी, जिसमें स्टील और माइनिंग उद्योगों के लिए नवीनतम हरित एवं स्वच्छ ऊर्जा समाधान प्रदर्शित
WWF-इंडिया और CII की संयुक्त पहल “इंडिया ग्रीन स्टील कोएलिशन (IGSC)” की वेबसाइट का शुभारंभ
“Unlocking Green Steel Demand” शीर्षक से प्रमुख प्रकाशन का अनावरण