पुणे, (mediasaheb.com) : एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी (एमआईटी-डब्ल्यूपीयू), पुणे ने हैक एमआईटी-डब्ल्यूपीयू 2025 के दौरान मेक इन एमआईटी-डब्ल्यूपीयू पैवेलियन में एयरोस्पेस, रोबोटिक्स, ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग और टिकाऊ प्रौद्योगिकी में उत्कृष्ट छात्र नवाचारों का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की शुरुआत विभिन्न छात्रों के लिए एक भव्य क्लब के साथ हुई।
इसका उद्घाटन प्रसार भारती के महानिदेशक सनीजी ने किया। इस अवसर पर, फाउंड्री एवं ऊर्जा संरक्षण सलाहकार श्याम अर्जुनवाडकर और विप्रो टेक्नोलॉजीज के ग्लोबल एमडीएम प्रैक्टिस हेड योगेश जोशी ने प्रदर्शनी स्टालों का दौरा किया। उन्होंने विद्यार्थियों से बातचीत की तथा उनकी नवीन परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी ली। इस प्रदर्शनी में छात्रों ने नवीन परियोजनाओं पर जोर दिया। इसमें केम-ई-कारें शामिल हैं, जो रासायनिक रूप से संचालित वाहन हैं, जो बिना किसी इलेक्ट्रॉनिक संकेत के सटीक गति का प्रदर्शन करते हैं। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी अनुसंधान समूह (एसटीईआरजी) ने उन्नत अंतरिक्ष यान प्रणालियों का प्रदर्शन किया तथा एयरोस्पेस घटकों में विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया। इसके अतिरिक्त, टीम फीनिक्स ने कस्टम-निर्मित नियंत्रकों के साथ स्वायत्त, रेसिंग और कृषि अनुप्रयोगों वाली ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया। इसके अतिरिक्त, स्काईट्रूपर्स ने प्रतिस्पर्धी एयरोमॉडलिंग के लिए डिज़ाइन किया गया एक उच्च प्रदर्शन वाला विमान प्रदर्शित किया। टीम ड्रिफ्टर्स ने फॉर्मूला 1 से प्रेरित दहन वाहन “प्राइमस” का अनावरण किया, जबकि एक्सेलरेसर्स इलेक्ट्रिक ने इलेक्ट्रिक वाहन प्रौद्योगिकी में अपनी प्रगति का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर सनीजी ने विद्यार्थियों की रचनात्मकता और नवाचार की प्रशंसा की। मेक इन एमआईटी-डब्ल्यूपीयू पैवेलियन भारत के बढ़ते नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग उत्कृष्टता के प्रति युवा मस्तिष्कों का समर्पण, वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों वाली प्रौद्योगिकी पर विश्वविद्यालय का ध्यान, तथा यह विश्वास कि ये नवप्रवर्तक इंजीनियरिंग और अनुसंधान के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, ये सभी बातें इंजीनियरिंग और अनुसंधान के भविष्य को आकार देने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
शाम अर्जुनवाडकर ने कहा कि मंडप में प्रदर्शित परियोजनाएं एयरोस्पेस, स्थिरता और ऑटोमोटिव इंजीनियरिंग सहित विभिन्न क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के भविष्य को दर्शाती हैं। उन्होंने प्रौद्योगिकी की सीमाओं को आगे बढ़ाने और भविष्य की प्रगति के लिए नए मानक स्थापित करने के लिए छात्रों के प्रयासों की सराहना की।
एमआईटी डब्ल्यूपीयू के प्रो-चांसलर और हैक एमआईटी-डब्ल्यूपीयू के मुख्य संयोजक डॉ. मिलिंद पांडे ने कहा, “इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में ‘माइंड टू मार्केट’ और ‘पेपर टू प्रोडक्ट’ के दर्शन को स्थापित करना है। उनके विचारों को प्रोत्साहित करके और उनकी बौद्धिकता को उत्तेजित करके, हम न केवल नौकरी चाहने वालों को सीधे प्रोत्साहित करेंगे, बल्कि उन्हें सीधे सशक्त भी बनाएंगे। आत्मनिर्भर भारत और स्टार्टअप इंडिया मिशन का समर्थन करता है। शिक्षा और व्यवसाय के बीच सहयोग को बढ़ावा देकर, इस प्रदर्शनी ने छात्रों को उद्योग के विशेषज्ञों के साथ जुड़ने के लिए एक अनूठा मंच प्रदान किया।