रायपुर (mediasaheb.com)| पूरा विश्व इस सप्ताह को विश्व COPD सप्ताह के रूप में मना रहा है इस अवसर पर विशेष बातचीत में वृंदा चेस्ट क्लिनिक के डॉ केदारनाथ देवांगन ने बताया की COPD विश्व की चौथी सबसे बड़ी ऐसी बीमारी जिसके कारण प्रति सेकंड एक व्यक्ति अपनी जान गवाँ रहा है इसलिए COPD के प्रति लोगो को जागरूक करने ये सप्ताह को COPD सप्ताह के रूप में मनाया जाता है | COPD को क्रॉनिक ऑब्सिट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीस कहते है , इसके मुख्य लक्षण साँस नली में रुकावट ,साँस फूलना , घबराहट होना , खांसी लंबे समय तक बने रहना , छाती मे दर्द ,कमजोरी आदि है |ये लक्षण आते जाते रहते है या लंबे समय तक भी बने रहते है इसका कारण धूम्रपान , धूल धुंआ आदि है यह बार बार आती जाती है तथा धूल धुंआके संपर्क में आने से मौसम चेंज होने से ये ट्रिगर हो जाती है ।
लंग्स की प्रॉब्लम सामान्य ब्लड टेस्ट से पता नहीं चलती इसके लिए पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट करवाना पड़ता है ।
उस स्पायरोनेट्री मशीन के जरिए करते है इससे। लंग्स की वास्तविक स्थिति पता चल जाती है COPD का शुरुआती दौर मे पता चलना बहुत जरूरी है क्योंकि एक बार अगर COPD पूर्ण रूप से डेवलप हो गया तो इसका इलाज सिर्फ लंग्स ट्रांसफर ही है । इसलिए ऐसे लक्षण होते ही तुरंत अपने चेस्ट फिजिशियन से संपर्क करें और अपना टेस्ट जरूर करायें । COPD सप्ताह मे हमारे क्लिनिक वृंदा चेस्ट मे हम इस सप्ताह ये चेक अप निः शुल्क कर रहे है