कांकेर में आयोजित चुनावी जनसभा में राहुल गांधी ने की 3 बड़ी घोषणाएं
संग्राहक परिवार को 4000 रु सालाना बोनस और लघु वनोपजों की एमएसपी पर 10 रुपए अतिरिक्त राशि देने की राहुल गांधी ने की घोषणा
ओबीसी के साथ अन्याय कर रही केंद्र की मोदी सरकार : राहुल गांधी
रायपुर (mediasaheb.com), कांकेर : कांकेर जिले के भानुप्रतापुर में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ऐतिहासिक घोषणा करते हुए छत्तीसगढ़ में पुनः सरकार बनने पर सभी शिक्षण संस्थानों में मुफ़्त शिक्षा देने की बड़ी घोषणा की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि फिर से कांग्रेस सरकार आने पर हम छत्तीसगढ़ में केजी से पीजी तक मुफ़्त शिक्षा देंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को 4000 रु सालाना बोनस और लघु वनोपजों की डैच् पर 10 रुपए अतिरिक्त राशि देने की बड़ी घोषणा भी की। राहुल गांधी की इस घोषणा से पूरा सभास्थल तालियों से गूंज उठा।
भारी जनसमूह के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार बस्तर के आदिवासियों के हित में लगातार काम कर रही है। हमने आदिवासियों को ना केवल मालिकाना हक दिया है बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी काम किया है।
कांग्रेस ने निभाया अपना वायदा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में हमने छत्तीसगढ़ की जनता से कई वायदे किए थे और जैसे ही हमारी सरकार बनी हम ने सभी वादों को पूरा किया है। भाजपा के नेता कहते थे कि हम वायदों को पूरा नहीं कर पाएंगे लेकिन हमने मात्र 2 घंटे में किसानों की कर्ज माफ़ी कर किसानों से किया वादा निभाया। हमने आदिवासियों की जमीन लौटाकर, फर्जी केसों में जेलों में बंद आदिवासियों की रिहाई कर छत्तीसगढ़ के आदिवासियों से किया वादा निभाया है। कांग्रेस सरकार पर सबका विश्वास बढ़ा है और छत्तीसगढ़ उन्नति की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
वनवासी शब्द से आदिवासियों का अपमान
जनसभा में सांसद राहुल गांधी ने आदिवासी और वनवासी शब्द के मायने बताए, उन्होंने बताया कि आदिवासी, हिंदुस्तान के पहले मालिक है। आदिवासियों के जल, जंगल और जमीन की रक्षा की जानी चाहिए और उनका हक मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा और संघ के लोग वनवासी शब्द का उपयोग करते है जो कि आदिवासियों का अपमान है। वनवासी शब्द के जरिए आदिवासियों के संस्कृति और परंपरा पर आक्रमण किया जा रहा है।