नई दिल्ली (mediasaheb.com)| देश के भव्य नए संसद भवन के उद्घाटन की पहली वर्षगांठ मंगलवार को बड़े धूमधाम से मनायी जा रही है। नए संसद भवन की गौरवशाली यात्रा पर अपना विचार व्यक्त करते हुए, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि मंगलवार को जब नए संसद भवन की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है, देश के भविष्य को आकार देने में इसके महत्व को व्यापक रूप से स्वीकार किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि यह न केवल एक वास्तुशिल्पीय चमत्कार के रूप में बल्कि लोकतंत्र की जीवंतता के प्रतीक के रूप में भी जाना जा रहा है क्योंकि यह एक ऐसा स्थान हैं जहां विचारों का आदान प्रदान किया जाता है, कानून बनाए जाते हैं और लाखों लोगों की आवाजें सुनी जाती है। श्री बिरला ने याद किया कि जी20 देशों के अध्यक्षों सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने नई इमारत का दौरा किया और इसके आकर्षक डिजाइन और सुविधाओं की सराहना की।
श्री बिरला ने आगे कहा कि केवल दो वर्ष सात महीने के रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ नया भवन, आत्मनिर्भर भारत के प्रतीक और 140 करोड़ से अधिक भारतीयों की इच्छाओं और आकांक्षाओं को दर्शाता है। गत 28 मई 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन किया गया यह भारत के जीवंत लोकतंत्र के प्रमाण के रूप में खड़ा है। त्रिकोणीय आकार में डिज़ाइन की गई इस अत्याधुनिक इमारत में लोकसभा (निचला सदन) और राज्यसभा (उच्च सदन) दोनों हैं। उन्होंने कहा कि इसने ऐतिहासिक पुराने संसद भवन का स्थान ले लिया है, जिसका नाम अब संविधान सदन रखा गया है, जिसने लगभग एक शताब्दी तक भारत के शीर्ष विधायी निकाय के रूप में कार्य किया था।(वार्ता)
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