दक्षिण कोरिया सम्मेलन में एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय का परचम
पुणे/उल्सान (दक्षिण कोरिया): पुणे स्थित एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय के कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सागर तांबे ने दक्षिण कोरिया के यूनिवर्सिटी ऑफ उल्सान में आयोजित 17वें इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन ह्यूमन सिस्टम इंटरैक्शन (IEEE HSI 2025) में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए उत्कृष्ट शैक्षणिक उपलब्धि दर्ज की।
एमआईटी-एडीटी विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल रिलेशन्स सेल के सदस्य के रूप में डॉ. तांबे ने “वास्तविक दुनिया में सहायक प्रौद्योगिकियों की प्रगति” विषय पर सत्राध्यक्ष (Session Chair) के रूप में भूमिका निभाई और महत्वपूर्ण तकनीकी शोध प्रस्तुत किया। उनके इस सक्रिय योगदान और नेतृत्व ने भारत की शैक्षणिक व तकनीकी उपस्थिति को वैश्विक मंच पर रेखांकित किया।
सम्मेलन के दौरान डॉ. तांबे ने विभिन्न देशों के प्राध्यापकों और शोधकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित कर संयुक्त शोध परियोजनाओं, छात्र एवं संकाय विनिमय कार्यक्रम, उद्योग-शैक्षणिक सहयोग और तकनीकी हस्तांतरण जैसे अवसरों के लिए मार्ग प्रशस्त किया।
डॉ. तांबे की इस अंतरराष्ट्रीय उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कार्यकारी अध्यक्ष एवं प्रो-कुलपति डॉ. मंगेश कराड, कुलपति प्रो. डॉ. राजेश एस., प्रो-कुलपति डॉ. रामचंद्र पुजेरी, निदेशक डॉ. विपुल दलाल, अधिष्ठाता डॉ. रजनीकौर सचदेव-बेदी और डॉ. रेखा सुगंधी ने उन्हें बधाई दी।
महत्वपूर्ण संशोधन
डॉ. तांबे ने डॉ. जयश्री प्रसाद और डॉ. रजनीकौर सचदेव के सह-लेखन से तैयार किए गए शोधपत्र “वायरलेस बॉडी सेंसर नेटवर्क का तुलनात्मक विश्लेषण: OMNeT++, Castalia, NS3” को सम्मेलन में प्रस्तुत किया, जिसे ‘बेस्ट प्रेज़ेंटेशन पेपर अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। इस शोध में वायरलेस बॉडी सेंसर नेटवर्क (WBSNs) के लिए विभिन्न सिमुलेशन टूल्स का तुलनात्मक अध्ययन किया गया है, जो मानव-केंद्रित वायरलेस प्रणालियों के शोधकर्ताओं और तकनीकी विशेषज्ञों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।