• ग्रामों में लगाया सौरऊर्जा युक्त हाई मास्ट लाइट तथा मजबूत जल प्रबंधन के लिए निर्मित किया चेक डैम
अंबिकापुर (mediasaheb.com)| जिले के उदयपुर प्रखण्ड में अदाणी फाउंडेशन द्वारा ग्रामीण समुदायों के उत्थान और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए ढांचागत विकास के कई कार्य किये जा रहे हैं। राजस्थान राज्य विद्युत के सामाजिक सरोकारों के अंतर्गत कराए जा रहे ये सभी विकास कार्य न सिर्फ ग्रामों के विकास की गाथा गढ़ रहे है, बल्कि स्थानीय आदिवासी समुदायों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का काम भी कर रहे हैं। अदाणी फाउंडेशन की यह पहल वास्तव में स्थानीयों के आराम और उपयोगिताओं के साथ साथ अंचल में औद्योगिक और संरचनात्मक स्थिरता के लिए भी एक अनुकूल वातावरण स्थापित किया है। ढांचागत विकास की इसी श्रंखला में अदाणी फाउंडेशन द्वारा 14 गावों की बड़ी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए सरकारी स्कूलों में मरम्मत तथा बाला पेंटिंग, अतिरिक्त कक्षाओं एवं पक्के शौचालयों का निर्माण, गांव में सड़क निर्माण एवं 100 से अधिक स्ट्रीट लाइट तथा यात्री प्रतीक्षालयों के मरम्मत तथा सौंदरीकरण इत्यादि के कार्य शामिल है। अदाणी फाउंडेशन द्वारा क्षेत्र में संरचनात्मक विकास के कार्यों को निरंतर जारी रखते हुए में मार्च महीने में ही अब तक पास के तीन गांवों घाटबर्रा, साल्ही और फतेहपुर में दो महत्वपूर्ण कार्यों अंजाम दिया गया है। जिनमें..
हाई मास्ट सौर ऊर्जा के लाइट से चौक चौराहों को किया रोशन, 500 से अधिक निवासियों को मिल रहा लाभ
अदाणी फाउंडेशन द्वारा मार्च महीने में अब तक ग्राम घाटबर्रा, साल्ही और फतेहपुर गांवों में सौरऊर्जा के चार हाईमास्ट लाइट लगाये गए हैं। अदाणी फाउंडेशन द्वारा इन सभी ग्रामों को आधुनिक तकनीक पर संचालित तथा पावर ग्रिड पर निर्भरता मुक्त स्थायी प्रकाश का समाधान प्रदान किया गया है। यह पर्यावरण के अनुकूल दृष्टिकोण के तहत दिन में सौर ऊर्जा से चार्ज होता है ताकि रात की रोशनी के लिए बिजली उत्पन्न हो सके और महंगे ग्रिड कनेक्शन की आवश्यकता को शून्य किया जा सके। इस सुविधा से इन तीनों ग्रामों में लगभग 500 से अधिक निवासी अंधेरे के बाद बेहतर दृश्यता और सुरक्षा से लाभान्वित हो रहे हैं।
जल प्रबंधन और भू – जल पुनर्भरण हेतु चेक डैम (बांध) का निर्माण कराया, 20 से अधिक किसानों को मिलेगा फायदा
अदाणी फाउंडेशन ने इसी अवधि के दौरान साल्ही गांव में एक चेक बांध का निर्माण कराया है। फाउंडेशन द्वारा एक समानांतर प्रयास में, चेक बांध के निर्माण का उद्देश्य जल प्रबंधन, पानी के वेग को नियंत्रित करना, मिट्टी का संरक्षण करना और भूमि की गुणवत्ता को बढ़ाना है। असल में चेक डैम पानी के प्रवाह को धीमा करके और भू-जल पुनर्भरण को बढ़ावा देकर, विशेष रूप से सूखे क्षेत्रों में, जल प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 20 से अधिक किसानों को बेहतर जल संसाधनों और भूमि की गुणवत्ता से लाभ उठाने के लिए की गई यह पहल समग्र ग्रामीण विकास के लिए अदाणी फाउंडेशन की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
अदाणी फाउंडेशन के ग्रामीण ढांचागत विकास में किये गए प्रयास ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने, टिकाऊ प्रथाओं को बढ़ावा देने और पूरे क्षेत्र में समावेशी विकास को बढ़ावा देने के लिए एक ठोस कदम हैं। यहां तक कि अदाणी फाउंडेशन द्वारा इन गांवों में चलाए जा रहे स्वास्थ्य सेवाएं और एम्बुलेंस सेवा भी ग्रामीण बुनियादी ढांचे की प्रतिबद्धता का एक मजबूत उदाहरण है। इससे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच की दूरियां तो कम होती ही हैं साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जीवनयापन में आसानी और सुधार भी होता है। इन परियोजनाओं को स्थानीय लोगों के परामर्श से स्थानीय आवश्यकताओं के मानचित्रण के आधार पर कार्यान्वित किया जाता है।