- भारतीय जनता पार्टी में सिर्फ और सिर्फ रमन के रिश्तेदार हो रहे उपकृत : अजय गंगवानी
रायपुर (media saheb.com)। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अजय गंगवानी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी नहीं लड़ रही है बल्कि चुनाव रमन सिंह, उनका परिवार, उनके रिश्तेदार और उनकी पूरी गैंग लड़ रही है, राजनांदगांव से रमन सिंह स्वयं चुनाव लड़ रहे हैं, खैरागढ़ से उनका भांजे विक्रांत सिंह चुनाव लड़ रहे हैं और कल ही रमन सिंह की भांजी ’भावना बोहरा’ को भारतीय जनता पार्टी ने पंडरिया से अपना विधानसभा उम्मीदवार बनाया है। परिवारवाद का इससे बड़ा उदाहरण पूरे देश में नहीं हो सकता है रमन सिंह के एक ही परिवार से छत्तीसगढ़ के 2023 के विधानसभा चुनाव में 3-3 लोग चुनाव लड़ने वाले हैं, उसके बाद रमन सिंह और भारतीय जनता पार्टी द्वारा कांग्रेस पार्टी पर परिवारवाद का आरोप लगाना राजनैतिक पाखंड की पराकाष्ठा है। इस पूरे प्रकरण से स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी का कैडरबेस पार्टी और कार्यकर्ताओं की पार्टी होने का दावा सिर्फ और सिर्फ एक जुमला है और उनकी असलियत छत्तीसगढ़ की जनता के सामने खुल कर आ चुकी है
कांग्रेस प्रवक्ता अजय गंगवानी ने कहा कि रमन सिंह का यह परिवारवाद पूर्व में भी जब रमन सिंह 15 साल तक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री थे तब भी जारी था, उनके पुत्र अभिषेक सिंह सांसद रहे, उनकी पुत्री राज्य सरकार के कोटे से डेंटल काउंसिल आफ इंडिया की सदस्य रही, उनके दामाद डॉक्टर पुनीत गुप्ता डीकेएस अस्पताल में नोडल अधिकारी रहे, जिन पर डी के एस घोटाले का आरोप भी लगा, रमन सिंह के समधी आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति रहे, रमन सिंह के साले पर्यटन निगम मंडल में उप महाप्रबंधक रहे, रमन सिंह के ममेरे भाई जिला सहकारी बैंक राजनांदगाव के अध्यक्ष रहे, रमन सिंह के भांजे खैरागढ़ नगर पालिका के अध्यक्ष भी रहे, इसलिए रमन सिंह कांग्रेस को परिवारवाद का पाठ पढ़ाने का दुष्प्रयास ना करें। और यह चरित्र सिर्फ रमन सिंह का नहीं है पूरी भारतीय जनता पार्टी का है,पार्टी के सांसद हैं, इनकी माता वसुंधरा राजे राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री रही… पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी से जुड़े ऐसे हजारों नेताओं के उदाहरण मौजूद हैं जो परिवारवाद के जीते जागते सबूत है.