रायपुर(mediasaheb.com):- शिक्षक को अध्यापन की नयी दृष्टि से तैयार करके उसे अध्ययन-अध्यापन की अद्यतन जानकारी देना तथा शिक्षण प्रक्रिया को सहज बनाकर उच्च शिक्षा को उन्नत करने के लिए एवं शोधार्थियों में शोध की दृष्टि को
विकसित करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कलिंगा विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के द्वारा उच्च
शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत शिक्षकों और शोधार्थियों के लिए 14 जून से 27 जून 2022 तक विभिन्न विषयों पर दो
सप्ताह का फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है।
यह कार्यक्रम दो हफ्ते तक चलेगा।इस द्विसाप्ताहिक फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में देश भर के वरिष्ठ प्राध्यापक
एवं विद्वान वक्ता विभिन्न विषयों पर रिसोर्स पर्सन के रुप में प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देंगे।उक्त फैकल्टी
डेवलपमेंट प्रोग्राम में विभिन्न विश्वविद्यालय और महाविद्यालय से अनेक प्राध्यापक प्रतिभागी के रुप में
सम्मिलित हो रहे हैं।कार्यक्रम के पहले दिन कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर और सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के डॉ.ज्योति प्रसाद भांगरे के बीज वक्तव्य से कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र संपन्न हुआ। फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के पहले दिन कार्यक्रम के प्रथम चरण में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर,महानिर्देशक डॉ.बैजू जॉन,कुलसचिव डॉ.संदीप गांधी,अकादमी मामलों के अधिष्ठाता श्री राहुल
मिश्र,आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ.विजयलक्ष्मी एवं विभिन्न संकाय के अधिष्ठाता और विभागाध्यक्षों की
उपस्थिति में ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वंदना करने के
पश्चात कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आर.श्रीधर ने बीज वक्तव्य के रुप में
एफडीपी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज समय की मांग है कि विद्यार्थियों को मूल्यपरक और
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाए।उच्च शिक्षा के क्षेत्र में तकनीक और शोध कौशल का विशेष महत्व है।समय के
साथ विद्यार्थियों को नयी ज्ञानवर्धक सूचनाएं प्रदान करना आवश्यक है।इसके लिए हमें भी अपनी अध्ययन
कार्यप्रणाली में परिवर्तन के साथ-साथ स्वयं को अपडेट करते रहना जरूरी है।इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए फैकल्टी
डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन जरूरी है।जिससे शिक्षक विशेषज्ञ विद्वानों के मार्गदर्शन में अपने विद्यार्थियों के
सर्वांगीण विकास के लिए नयी-नयी बातों को जानें और नया कुछ सीखते रहें।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मुख्य वक्ता के रुप में उपस्थित सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी के सह प्राध्यापक
डॉ.ज्योति प्रसाद भांगरे ने कार्य और जीवन में संतुलन विषय पर प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि
जीवन में संतुलन बनाने के लिए आपको समय की कीमत का अंदाज़ा होना जरूरी है।आपको समय तभी मिलेगा,जब
आप समय को बर्बाद नहीं करेंगे।वर्क-लाइफ बैलेंस सही करने के लिए पहला कदम है अपनी प्राथमिकताएं सही तरह
से तय करना। यह सही है कि प्रत्येक दिन आपको ढेरों काम करने होते हैं ।आप यह भी जानते हैं कि इनमें से
कुछ बहुत जरूरी होते हैं और कुछ को कुछ समय के लिए टाला जा सकता है। इनके महत्व के हिसाब से अपनी
प्राथमिकता तय करें तो आपका दिमाग शांत रहेगा और आप जरूरी काम कम समय में कर पाएंगे।वर्क-लाईफ बैलेंस
के लिए मानसिक शांति के साथ उत्तम स्वास्थ्य रहना महत्वपूर्ण है।तभी आप अपने निर्धारित कार्य में सफल हो
सकते हैं।
संकाय संवर्धन कार्यक्रम के पहले दिन प्रतिभागी और विषय विशेषज्ञ विद्वानों के बीच संवाद कार्यक्रम का आयोजन
हुआ।जिसमें प्रतिभागियों ने विशेषज्ञ विद्वानों से प्रश्न पूछ कर अपनी जिज्ञासा को शांत किया।कार्यक्रम का कुशल
संचालन कपिल केलकर के द्वारा किया गया।जबकि कलिगा विश्वविद्यालय के आंतरिक गुणवत्ता प्रकोष्ठ
(आई.क्यू.ए.सी.) की प्रभारी डॉ.विजयलक्ष्मी ने आभार प्रदर्शन एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।उक्त कार्यक्रम में
विश्वविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं समस्त पंजीकृत प्रतिभागी उपस्थित थें।