नई दिल्ली, (mediasaheb.com) दिल्ली (#Delhi ) में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन को देखते हुए आल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) ( #AIIMS ) प्रशासन ने अपने सभी कर्मचारियों, डॉक्टरों, नर्सों के लिए मेमोरंडम जारी किया है। मेमो में एम्स परिधि के 500 मीटर तक किसी भी तरह की बैठक, प्रदर्शन न करने की हिदायत दी गई है। साथ ही किसी भी तरह से काम रोकने और हड़ताल पर भी सख्त चेतावनी दी गई है। ऐसा करने वाले कर्मचारियों व डॉक्टरों पर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
एम्स के रजिस्ट्रार डॉ. संजीव लालवानी की तरफ से जारी मेमो पत्र में लिखा है, वर्ष 2002 के दिल्ली हाईकोर्ट (#Delhi High Court ) के आदेश के तहत एम्स (#AIIMS ) के सभी कर्मचारी, छात्र, रेजिडेंट डॉक्टर, फैकल्टी, नर्सों पर कोड ऑफ कंडक्ट लागू होगा। इसके तहत कोई भी कर्मचारी किसी भी तरह से काम नहीं रोकेगा और न ही किसी के काम में बाधा पहुंचाएगा। एम्स परिसर में किसी भी तरह की कोई ट्रेड यूनियन की गतिविधियां नहीं होंगी और न ही कोई छात्र, डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब हो कर प्रदर्शन में शामिल होगा। ऐसा करने वाले एम्स के सभी कर्मचारियों को कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करने पर अदालत की अवमानना का सामना करना पड़ेगा और प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने अपने सभी कर्मचारियों, डॉक्टरों, नर्सों के लिए मेमोरंडम जारी किया है। मेमो में एम्स परिधि के 500 मीटर तक किसी भी तरह की बैठक, प्रदर्शन न करने की हिदायत दी गई है। साथ ही किसी भी तरह से काम रोकने और हड़ताल पर भी सख्त चेतावनी दी गई है। ऐसा करने वाले कर्मचारियों व डॉक्टरों पर प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।हि.स.