किसान औने-पौने दाम पर धान बेचने को मजबूर
रायपुर(mediasaheb.com) भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा ने प्रदेश सरकार को किसान विरोधी सरकार बताते हुए निशाना साधा है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओछी राजनीति के चलते प्रदेश के किसान अपनी उपज का धान औने-पौने दामों पर खुले बाजार और मंडियों में व्यापारियों, दलालों और कोचियों को बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं। प्रदेश सरकार की गैरवाजिब जिद साबित करती है कि वह किसानों का भाग्य व्यापारियों-दलालों के हाथ में सौंपकर अपनी सियासी पैंतरेबाजी में मशगूल है।
किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने वादे के मुताबिक 25 सौ रुपये में धान खरीदने से मुंह चुराने के नित-नये उपक्रम कर रही है। विपक्ष में रहते हुए दीवली से पहले या फिर एक नवंबर से किसानों का धान खरीदने की बात करने वाले कांग्रेसी आज सत्ता में आते ही किसान विरोधी चरित्र का प्रदर्शन करने लगे हैं। धान खरीदी के लिए पहले 15 नवंबर और फिर एक दिसंबर की तारीख तय करने वाली प्रदेश सरकार एकदम अव्यावहारिक सोच का परिचय दे रही है। धान कटाई और प्राकृतिक कारणों की बहानेबाजी करके आज धान खरीदी में टालमटोल कर रही प्रदेश सरकार का झूठ बेनकाब हो गया है और प्रदेशभर की मंडियों में पहुंच रहा धान इस बात की पुष्टि कर रहा है कि किसानों की उपज बिक्री के लिए तैयार है लेकिन सरकार की राजनीतिक नौटंकियों के चलते किसान अपनी जरूरतें पूरी करने और दिक्कतों से बचने के लिए खुले बाजार और मंडियों में औने-पौने दाम पर अपनी उपज बेचने को विवश हो रहे हैं। बेमौसम बारिश से फसल को नुकसान से बचाने, कर्ज आदि चुकाने और घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिये किसान को समर्थन मूल्य से बेहद कम राशि पर अपना धान बेचना पड़ रहा हैं।
श्री शर्मा ने कहा कि किसानों के दम पर सत्ता में आई कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने जिस तरह किसानों का अहित किया है, वह कांग्रेस के शर्मनाक राजनीतिक आचरण की मिसाल है। किसानों का धान समय पर और अपने वादे के मुताबिक 25सौ रुपये में खरीदने के बजाय प्रदेश सरकार जिस तरह से छल प्रपंच रच रही है, उसका माकूल जवाब प्रदेश के किसान मौका मिलते ही कांग्रेस को देंगे। श्री शर्मा ने धान की आवक को देखते हुए प्रदेश सरकार से आंदोलन की नौटंकी छोड़ 15 नवंबर से ही धान खरीदी शुरू करने की पुरजोर मांग की है। शर्मा ने कहा कि विपक्ष में रहते हुए आज के सीएम भाजपा सरकार को पत्र लिखकर एक माह पहले से ही धान खरीदने की बात करते थे। उन्होंने कहा कि ऐसा दोहरा आचरण किसी को शोभा नहीं देता। ऐसी सस्ती राजनीति से कांग्रेस को बाज आना चाहिए।