रायपुर, (mediasaheb.com) आज प्रेसवार्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा 1. छत्तीसगढ़ में जिस प्रकार आतंक और दबाव की राजनीति चल रही है, जिस कार्यशैली में सरकार चल रही है – चिंतामणि चंद्राकर का शपथ पत्र उसका प्रमाण है।
2. इससे पहले के दो शपथ पत्र जो आएं हैं, वह कैसे आए हैं, यह शपथ पत्र उसका खुलासा कर रहा है।
3. आरोपियों से शपथ पत्र लिखवाकर उन्हें दबाव व प्रलोभन दिया जा रहा है। अभियुक्तों के शपथ पत्र अदालत में 164 के तहत कायम नहीं हो पाने की आशंका में अब चंद्राकर पर सरकार दबाव और डोरे डाल रही है। साबित हुआ कि आप बदलापुर नरेश हैं।
4. जैसा कि शपथ पत्र में चिंतामणि चंद्राकर ने कहा है कि पुलिस ने उन्हें दिनभर प्रताड़ित कर गिरफ्तार करना बताया, जो कोर्ट के आदेश की खुली अवहेलना है, जिसमें कोर्ट ने इस मामले में किसी भी तरह की कार्रवाई पर रोक लगाई है। यह कोर्ट की अवमानना है जिसमें एडीजी जीपी सिंह, डीएसपी अनिल बख्शी दोषी दिख रहे हैं।
5. आज चिंतामणि चंद्राकर के हलफनामे से यह सिध्द हो गया है कि सरकार अपने तंत्र का प्रभाव का उपयोग करके नान से संबंधित सभी जांच कार्रवाई को अपनी मंशानुरुप प्रभावित करने का काम कर रही है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
6. दरअसल शिवशंकर भट्ट और मंतूराम एपिसोड दंतेवाड़ा उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए ही तात्कालिक तौर पर षडयंत्र पूर्वक प्रयोजित किया गया है। कांग्रेस सरकार दंतेवाड़ा चुनाव हारने से डर रही है।
7. इससे पहले आये दोनों शपथ पत्रों से यह स्पष्ट प्रतीत हो रहा है कि कांग्रेस सरकार में बैठे लोग सरकारी तंत्र का डर दिखाकर इस तरह का बयान दिलवा रहे हैं, जिससे भाजपा के नेताओं का चरित्र हनन हो सके।
8. दंतेवाड़ा उपचुनाव में सरकार को जो फीडबैक मिला है, उसके मुताबिक कांग्रेस वहां बुरी तरह हार रही है और इसलिए शिवशंकर भट्ट और मंतूराम पवार के शपथ पत्र को आड़ बनाकर सरकार गंदा राजनीतिक खेल खेल रही है। भाजपा ने शुरु से यह कहा है कि यह पूरा शपथ पत्र मामला ही सरकार की सोची समझी और ओछी रणनीति के तहत सामने लाया जा रहा है।
9. हलफनामे में एडीजी जीपी सिंह व डीएसपी अनिल बक्शी सारे प्रकरण को स्वरूप व दिशा दे रहे हैं। तथ्यों व साक्ष्यों को प्रभावित करने का काम कर रहे हैं। एडीजी जीपी सिंह जो अन्य मामलों में भी शक के घेरे में हैं, भाजपा ऐसे अधिकारी के खिलाफ कार्मिक मंत्रालय समेत हर उचित स्थानों पर शिकायत करेगी।