भोपाल, (mediasaheb.com) वन मंत्री उमंग सिंघार द्वारा प्रदेश में दिग्विजय सिंह द्वारा सरकार चलाने के बयान को लेकर मध्यप्रदेश में राजनीतिक घमासान मच गया है। इस मुद्दे को लेकर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। कांग्रेस स्थित स्पष्ट करे कि यहां सरकार कौन चला रहा है?
गौरतलब है कि वन मंत्री उमंग सिंघार ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर्दे के पीछे से सरकार चला रहे हैं। अगर ऐसा नहीं है तो फिर उन्हें मंत्रियों को चिट्ठी लिखने की क्या जरूरत है। उन्होंने यहां तक कहा था कि दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री के निर्णयों में भी हस्तक्षेत्र करते हैं। मंत्रियों को चिट्ठी लिखने से स्पष्ट है कि प्रदेश सरकार में सब ठीक नहीं चल रहा है। इसी मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया के ट्वीटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘मध्यप्रदेश में अभूतपूर्व संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ हैं, लेकिन सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं। उनकी चिट्ठी जा रही है, कौन-कौन से काम हुए, बताओ। क्या मंत्री को धमकाने का अधिकार उनको है? इसलिए कांग्रेस को स्थिति स्पष्ट कर इस संकट को समाप्त करना चाहिए।’
शिवराज ने दूसरे ट्वीट में कहा है कि ‘कांग्रेस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मुख्यमंत्री पद की जिसने शपथ ली है, वही सरकार चलाए। अफसरों के लिए बड़ी अजीबोगरीब और असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है कि वे किसकी सुनें, किसकी नहीं, किसकी मानें, किसकी नहीं, इसलिए कांग्रेस को स्थिति स्पष्ट कर इस संकट को समाप्त करना चाहिए। कांग्रेस हाईकमान को हस्तक्षेप करके यह तय करना चाहिए कि सरकार कौन चलाए। सरकार कोई और चलाए और मुख्यमंत्री पद की शपथ कोई और ले, यह होना नहीं चाहिए। पर्दे के पीछे से सरकार नहीं चलनी चाहिए।सरकार सामने से चलनी चाहिए और पारदर्शी तरीके से चलनी चाहिए।’
इधर, मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूर्व सीएम शिवराज के ट्वीट का जवाब दिया है। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बातचीत में केवल इतना ही कहा कि मुझे इस मामले में कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है। मध्यप्रदेश की सरकार कौन चला रहा है, यह जब जानते हैं। (हि.स.)।