नई दिल्ली, 25 जून (mediasaheb.com)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने कहा है कि निष्पक्ष चुनाव और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का चुनाव शांतिपूर्ण ढ़ंग से संपन्न हुआ और इसकी सराहना पर सवाल उठाना संवैधानिक संस्था के अपमान करने जैसा है।
मंगलवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा को आगे बढ़ाते हुए सिन्हा ने कहा कि पूरे विश्व ने देखा है कि सबसे बड़े लोकतंत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न हुआ है और भारी संख्या में मतदाताओं ने इसमें भाग लेते हुए मतदान किया है। राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में इसकी सराहना की है। अब इस पर सवाल उठाना सीधे संवैधानिक संस्था का अपमान करना है।
सिन्हा ने चर्चा में भाग लेते हुए सदन की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल की निंदा भी की। उन्होंने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने नए भारत की कल्पना की है। 2019 के चुनाव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जाति-पात, धर्म-संप्रदाय की राजनीति ध्वस्त हो गई है और जनता ने विकास के नाम पर वोट दिया है।
सिन्हा ने कहा कि अल्पसंख्यकों ने देखा है कि मोदी सरकार गरीब-अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि गरीबी हटाने की बात तो होती थी, लेकिन पहली बार मोदी सरकार में उनके लिए काम किए जा रहे हैं। वरिष्ठ नेता ने अपने संबोधन के दौरान जैविक खेती की ओर सदन का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि हमें थोड़ा ध्यान जैविक कृषि और प्राकृत्रिक कृषि पर ध्यान देने की जरूरत है। क्योंकि हम जहर बो रहे हैं, जहर काट रहे हैं, जहर खा रहे हैं, और अस्पतालों में जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने इसके लिए कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि उस दौरान जो भी कृषि मंत्री हुए, उनका शायद जमीन से कोई जुड़ाव नहीं रहा। उन्होंने कहा कि जो गलती हो गई है उसे अब सुधार लेना चाहिए। यदि अभी भी ध्यान दिया गया तो किसान खुशहाल होगा और उसे बीज, खाद और कीटनाशक खरीदने की जरूरत नहीं होगी। जिससे किसान की आय बढ़ेगी।
सांसद सिन्हा ने मवेशियों पर ध्यान देने की जरूरत बताते हुए कहा कि किसानों के लिए मवेशियों का बड़ा महत्व है। उससे दूध और खाद भी मिलती है। (हि.स.)