मोरीगांव, (mediasaheb.com) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार की शाम को मोरीगांव जिले के जागीरोड के आहतगुड़ी में नगांव लोकसभा क्षेत्र के पार्टी के उम्मीदवार रूपक शर्मा के समर्थन जनसभा को सम्बोधित किया।
पूर्वोत्तर की अपनी तीसरी जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आजादी के 70 वर्षों तक विकास से महरूम रखने का पाप करने के लिए कांग्रेस पार्टी की जमकर आलोचना की। इससे पहले अरुणाचल प्रदेश और मणिपुर में दो चुनावी सभाओं को शाह ने सम्बोधित किया था।
शाह ने कहा कि पूरे देश में मोदी की लहर देखी जा रही है। यह सिद्ध करता है कि इस बार 2014 से भी अधिक बहुमत के साथ नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले हैं। असम, मणिपुर समेत पूरे पूर्वोत्तर में भी भाजपा बड़े बहुमत से जीत हासिल करने जा रही है। उन्होंने कहा कि आज देश में एक ओर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की देशभक्तों की टोली है, तो दूसरी ओर कांग्रेस एंड कंपनी का महामिलावटी ठगबंधन, जिसका कोई नेता ही नहीं है। मैं राहुल गांधी से कई महीनों से पूछ रहा हूं कि आपके ठगबंधन का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है, लेकिन वे बता ही नहीं पा रहे। जो लोग अब तक अपने गठबंधन का कोई नेता नहीं तय कर पाए, वे देश का नेतृत्व कैसे करेंगे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्यों के विकास के लिए मोदी सरकार ने कई कदम उठाये हैं। राज्य की भाजपा सरकार ने वर्षों से लंबित एनआरसी को लागू कर घुसपैठियों को चिह्नित करने का बड़ा काम किया है। मैं असम की जनता को आश्वस्त करते हुए कहना चाहता हूं कि आप एक बार फिर से केंद्र में मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत राजग सरकार बना दीजिये, हम एक-एक घुसपैठिये को असम से चुन-चुन कर निकालेंगे। उन्होंने कहा कि जब राजीव गांधी जी ने 1985 में असम समझौता किया था, तो इसमें क्लॉज 6 जोड़ा गया, जो असम की अस्मिता, भाषा, संस्कृति और स्थानीय जन-प्रतिनिधित्व के लिए था।
हालांकि कांग्रेस की सरकारों ने इस दिशा में कुछ भी नहीं किया। मोदी सरकार ने क्लॉज 6 पर अमल के लिए एक कमेटी का गठन किया है, जिसकी रिपोर्ट जल्द ही आने वाली है। इसके आधार पर हम क्लॉज 6 को जमीन पर उतारने का काम करेंगे। इतना ही नहीं, असम में एक सींग वाले गैंडों का शिकार करने वाले आज जेल की सलाखों के पीछे हैं। काजीरंगा को घुसपैठियों से मुक्त बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने कांग्रेस की यूपीए सरकार की तुलना में पूर्वोत्तर के राज्यों को विकास के लिए लगभग 258 फीसद अधिक राशि प्रदान की है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के सभी राज्यों को रोड, रेल, एयर और आईटी कनेक्टिविटी से जोड़ना मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। 2022 तक पूर्वोत्तर के सारे राज्य सड़क, रेल और एयर कनेक्टिविटी से जुड़ जायेंगे।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मोदी सरकार ने 14वें वित्त आयोग में असम के लिए लगभग 2,94,000 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की, जबकि कांग्रेस ने 13वें वित्त आयोग के पांच वर्ष में केवल 50 हजार करोड़ रुपये ही आवंटित किये थे। इसके अतिरिक्त केंद्र की भाजपा सरकार ने 43 रेलवे योजनाओं के लिए लगभग 90 हजार करोड़, नेशनल हाइवे के लिए लगभग 15,000 करोड़ और ग्राम सड़क योजना के तहत लगभग 8000 करोड़ रुपये असम को दिए। साथ ही, एम्स और स्मार्ट सिटी भी असम को देने का काम मोदी सरकार ने किया है। आजादी के 70 सालों में पूर्वोत्तर के विकास के लिए कांग्रेस की सरकारों ने जितना किया, उससे कहीं अधिक केवल पांच वर्षों में मोदी और मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और हिमंत विश्वशर्मा ने किया है। उन्होंने कहा कि 40-40 वर्षों तक एनईसी (नॉर्थ-ईस्ट काउंसिल) की बैठक नहीं हुई थी। जनता पार्टी की सरकार के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शिलांग में एनईसी की बैठक की।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 70 साल में कांग्रेस सरकार ब्रह्मपुत्र नद पर केवल तीन ब्रिज ही बना सकी, जबकि मोदी सरकार के पांच साल में ही पांच ब्रिज का काम शुरू हो गया। बोगीबिल और धोला-सदिया ब्रिज को देखने तो दुनिया भर से लोग आते हैं। मुद्रा योजना के तहत असम के 34 लाख लोगों को स्वरोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया गया, जन-धन योजना के तहत 1।48 लाख लोगों के बैंक खाते खोले गए, हजारों घरों में बिजली पहुंचाई गई, लगभग 38 लाख एलईडी बल्ब वितरित किया गया, 28 लाख महिलाओं को गैस का कनेक्शन उपलब्ध कराया गया, लगभग 33 लाख शौचालयों का निर्माण कराया गया और लगभग 1600 ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया।
भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह असम से ही 20 सालों तक राज्यसभा सांसद रहे लेकिन उन्होंने प्रदेश की जनता के लिए क्या किया, असम की जनता इसका हिसाब मांग रही है। मनमोहन सिंह 10 वर्षों तक कांग्रेस की यूपीए सरकार में देश के प्रधानमंत्री रहे। मैं राहुल गाँधी को चुनौती देता हूं कि वे असम की जनता को बताएं कि 10 वर्षों में कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन सरकार ने असम के लिए क्या किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, डॉ हिमंत विश्वशर्मा, नगांव के सांसद व रेल राज्यमंत्री राजेन गोहाईं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, भाजपा के लोकसभा चुनाव प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह समेत भारी संख्या में लोग जनसभा मौजूद थे।(हि.स.)।