नई दिल्ली (mediasaheb.com) कांग्रेस ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर गुजरात में विकास कार्य के लिए सांसद निधि के इस्तेमाल में घोटाला किया है। पार्टी का कहना है कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक(कैग) की रिपोर्ट के अनुसार ईरानी ने बिना टेंडर जारी कराए अपने करीबी एनजीओ को 6 करोड़ रुपया दिलाया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता कर कहा कि स्मृति ईरानी ने वितीय घोटाला कर जन धन का दुरुपयोग किया। उन्होंने कहा कि समय आ गया जब उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधी धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच हो। सुरजेवाला के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता कर रहे गुजरात से पार्टी नेता शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि गुजरात के आनंद जिले के लिए स्मृति ईरानी ने अपनी सांसद निधि का उपयोग करना तय किया था। निधि के उपयोग की नियम-शर्तों के मुताबिक किसी भी ठेकेदार को सांसद निधि से 50 लाख से ज्यादा का ठेका नहीं दिया जा सकता है।
इसके अलावा उसे लागू कराने वाली एजेंसी हमेशा सरकार ही रहती है। स्मृति ईरानी ने अपने कुछ लोगों द्वारा तैयार एक एनजीओ को यह ठेका दिया और उन्हें सांसद निधि के उपयोग की इम्पलीमेंटिंग एजेंसी भी बना दिया। गोहिल ने कहा कि स्मृति ने शारदा मजूर कामदार को ठेके दिलाए हैं। जांच कराने पर यह भी पता चला कि ज्यादातर काम हुआ ही नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले भय मुक्त भ्रष्टाचार करते हैं। सच्चाई ये है कि मोदी जी और उनके करीबी करोड़ों से कम खाते नहीं और सच बोलने वालों को चैन से रहने नहीं देते। सुरजेवाला ने कहा कि कैग ने वर्ष 2018 में कहा था कि शारदा मजदूर कामदार मंडली को बिना निविदा के ही 232 कार्यों के ठेके और 5.93 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया, जिसमें 84.53 लाख रुपये का फर्जी भुगतान शामिल है। कलेक्टर ने जब कुछ कामों की जांच कराई तो पता चला कि कहीं कोई काम हुआ ही नहीं। सब कुछ फर्जी है। तब कलेक्टर ने कहा कि उनसे करीब 4 करोड़ की रिकवरी की जाए।(हि.स.)।