नई दिल्ली, (media Saheb) राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को संसद के दोनों सत्रों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए सरकार के कालाधन और भ्रष्टाचार मिटाने की दिशा में किए गए प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी इस दिशा में महत्वपूर्ण कदम था। बजट सत्र से पूर्व संसद सदस्यों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदमों से समाज कल्याण योजनायें अधिक प्रभावशाली बनी हैं। उन्होंने कहा कि भारत से विदेश जा रहे कालेधन को रोकने और देश के अंदर मौजूद कालेधन के खिलाफ सरकार ने बड़ा अभियान चलाया है।
देश के हर क्षेत्र में कालेधन का प्रवाह रोकने के लिए कानून बनाए गए या फिर उन्हें कर के दायरे में लाया गया। इस दौरान राष्ट्रपति ने सरकार द्वारा कालेधन को खत्म करने से जुड़े उपायों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कालेधन के खिलाफ एसआईटी, टैक्स हेवेन देशों के साथ नए समझौते, संदिग्ध शेल कंपनियों के रजिस्ट्रेशन खत्म करना, ‘बेनामी संपत्ति कानून’, ‘प्रिवेन्शन ऑफ मनी लांडरिंग एक्ट’ और भगौड़े आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कानून जैसे उपाय किए हैं। कोविंद ने कहा कि सरकार के इस कदम ने देश को अस्थिर करने वाली ताकतों और कालेधन के प्रवाह में मदद करने वाली व्यवस्थाओं की कमर तोड़ दी है।
उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते रीयल इस्टेट सेक्टर में कालेधन के उपयोग में भारी कमी आई है जिससे घरों की कीमतें कम हुई हैं और एक साधारण मध्यम वर्गीय परिवार का अपना घर होने का सपना सच हो रहा है।(हि.स.)।