नई दिल्ली,(media saheb) रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यहां अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की रिपोर्ट ‘द फ्यूचर ऑफ रेल’ लॉन्च करते हुए कहा कि रेलवे ने आगामी वित्तीय वर्ष 2019-20 में अपने नेटवर्क के 6 हजार किलोमीटर से अधिक रेल मार्ग के विद्युतीकरण की योजना बनाई है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि पिछले पांच सालों में रेलवे ने जो भारी निवेश हासिल किया है उससे हमें सुरक्षा में सुधार करने, काफी लम्बे समय से लंबित पड़ी परियोजनाओं को पूरा करने और सेवाओं में आधुनिक और अभूतपूर्व तकनीक लाने में मदद मिली है। उन्होंने ट्रेन-18 का जिक्र करते हुए कहा कि स्वदेशी रूप से निर्मित वंदे भारत एक्सप्रेस (टी-18) एक इंजीनियरिंग चमत्कार है, जो ट्रेन निर्माण के साथ-साथ भारत में ट्रेन यात्रा में क्रांति लाने के लिए हमारे दृष्टिकोण को बदल देगा।
उन्होंने भारतीय रेलवे के डीजल इंजनों को इलेक्ट्रिक इंजन में बदलने के भारतीय रेलवे के सफल प्रयास पर भी प्रकाश डाला और कहा कि यह भारतीय रेलवे के लिए 100 प्रतिशत विद्युतीकरण की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एक युग-प्रवर्तक कदम होगा। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले रेलवे ने देश भर में लगभग 600 किमी रेल ट्रैक का विद्युतीकरण किया था। पिछले साल ही हमने 4 हजार किलोमीटर से अधिक का विद्युतीकरण किया था और आने वाले वर्ष में हमारा लक्ष्य 6 हजार किलोमीटर से अधिक का विद्युतीकरण करना है। गोयल ने कहा कि रेलवे नई तकनीक और नवाचारों पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम भारत को एक अंतरराष्ट्रीय विनिर्माण केंद्र हब बनाने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए प्रयासरत हैं। उन्होंने ऊर्जा दक्षता की दिशा में सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एलईडी बल्बों पर केवल दो अरब अमेरिकी डालर के निवेश से भारत को बिजली पर प्रति वर्ष लगभग 7 अरब अमेरिकी डालर की बचत हुई है।
उन्होंने कहा कि एलईडी बल्बों पर सब्सिडी एक बाधा बन रही थी। हमने एलईडी बल्बों की लागत को दोहरे अंकों की कीमतों में लाने और सब्सिडी को हटाने का फैसला किया जिसके परिणामस्वरूप आज प्रति वर्ष कम से कम 10 लाख बल्बों की बिक्री हुई है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने और उत्सर्जन के स्तर को नीचे लाने के लिए प्रतिबद्ध रही। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष विनोद कुमार यादव ने इस मौके पर कहा कि रेलवे विश्व अर्थव्यवस्था के सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा दक्षता और पर्यावरण के अनुकूल होने के मामले में परिवहन के किसी अन्य रूप से रेल बेहतर परिवहन का साधन है। “द फ्यूचर ऑफ रेल” अपनी ऊर्जा और पर्यावरणीय निहितार्थ के परिप्रेक्ष्य में दुनिया भर में रेल के वर्तमान और भविष्य के महत्व का विश्लेषण करता है। रिपोर्ट में रेल के भविष्य पर मौजूदा योजनाओं और नियमों के प्रभाव की समीक्षा की गई है और उन प्रमुख नीतियों की पड़ताल की गई है जो भविष्य में रेलवे के विस्तार को महसूस करने में मदद कर सकती हैं। (हि.स.)।