भोपाल, (media saheb) मध्यप्रदेश में किसानों के लिए सरकार द्वारा बनाई गई जय किसान फसल ऋण माफी योजना का लाभ लेने के लिये प्रदेश के किसानों हुजूम उमड़ रहा है। प्रदेश में अब तक 35 लाख से अधिक किसानों ने ग्राम पंचायतों में कर्ज माफी के आवेदन-पत्र जमा करवा दिये हैं। दूसरी ओर कर्ज माफी में कई जगह गड़बडि़यां भी सामने आ रहीं हैं।
जानकारी के अनुसार सरकार द्वारा लागू की गई जय किसान फसल ऋण माफी योजना का लाभ लेने के लिए निकायों और पंचायतों में किसान अपना कर्ज माफ कराने आवेदन कर कर रहे हैं। सरकार द्वारा तीन अलग-अलग प्रकार के फार्म भरवाए जा रहे हैं। किसान आवदेन को भरते समय इस दुविधा में हैं कि किस रंग के फार्म को भरना है, किन्तु लाभ लेने के लिए जो भी आवदेन किसानों को मिल रहे हैं वे उसे भरकर जमा करा हैं।
वहीं प्रदेश में कर्ज माफी की जो सूचियां चश्पा की गईं हैं उनमें भी भारी खामियां सामने आ रही हैं। इन सूचियों में उन किसानों को भी शामिल कर दिया गया है जिन्होंने कभी कर्ज लिया ही नहीं है। इन सबके बीच अब सहकारी साख समितियों पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं। कर्ज माफी की जो सूचियां बनाई गई इन सबकी जांच कराने के लिए सहकारिता डॉ. मंत्री गोविन्द सिंह ने निर्देश पहले ही दे दिए हैं, जिससे प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
वहीं राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए जय किसान फसल ऋण माफी योजना लागू की गई है। इस योजना में प्रदेश में अब तक 35 लाख 9 हजार किसानों ने ग्राम पंचायतों में कर्ज माफी के आवेदन-पत्र जमा करवा दिये हैं। शुक्रवार तक 3 लाख 61 हजार आवेदन जमा हुए। जमा हुए आवेदन-पत्रों में 56 प्रतिशत हरे, 38 प्रतिशत सफेद और 6 प्रतिशत गुलाबी आवेदन-पत्र हैं। अभी तक 19 लाख 70 हजार 242 हरे, 13 लाख 26 हजार 393 सफेद और 2 लाख 12 हजार 756 गुलाबी आवेदन भरे जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि योजना की निर्धारित क्रियान्वयन प्रक्रिया के अंतर्गत किसानों से कर्ज माफी के आवेदन-पत्र 5 फरवरी तक प्राप्त किये जायेंगे। किसान-कल्याण और कृषि विकास विभाग के अनुमान के अनुसार कुल 50 लाख कर्ज माफी आवेदन-पत्र 5 फरवरी तक जमा होने की संभावना है।(हि.स.)।