प्रधानमंत्री पता है, लेकिन सरकार चलाने के लिए सभी की बातें सुननी चाहिए
भुवनेश्वर(media saheb) एक दिन के ओडिशा दौरे पर पहुंचे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व मुख्यमत्री नवीन पटनायक दोनों अफसरशाही, तानाशाही में विश्वास करते हैं। यहां एक होटल में बुद्धिजीवियों के साथ चर्चा व प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को यह लगता है कि उन्हें सब चीजों का पता है।
लेकिन जब सरकार चलाना होता है तो सब लोगों की सुननी चहिए। लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार व राज्य के बीजद सरकार में लोगों का मत नहीं लिया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का मानना है कि सभी की बातों को सुन कर ही सरकार को चलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नरेगा कार्यक्रम को यूपीए सरकार ने ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को गति देने के लिए शुरू किया था| यह गरीब लोगों के लिए युगांतकारी कदम था। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस योजना को समाप्त करने की कोशिश में लगे हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इसी कार्य को कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों से रोजगारों का सृजन अधिक नहीं होता। छोटे व मझौले उद्योग लोगों को रोजगार प्रदान करते हैं। लेकिन वर्तमान की सरकार द्वारा विमुद्रीकरण व जीएसटी के कारण सबसे अधिक नुकसान इन्हीं को सबसे अधिक हुआ है। इस कारण रोजगार भी घटे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक की विचारधारा को देश के लिए खतरा बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार में साउथ ब्लाक व नार्थ ब्लाक में जो ओएसडी लगाये हुए हैं वे सब आरएसएस के व नागपुर के हैं।
ओडिशा में कांग्रेस की खराब स्थिति के संबंध में पूछे गए सवाल के उत्तर में उन्होंने कहा कि यह सही है कि पार्टी ने पिछले दिनों ओडिशा में अच्छा कार्य नहीं किया था। लेकिन जब से नये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष तथा नये एआईसीसी टीम ने जिम्मेदारी ली है तब से ओडिशा में कांग्रेस एक टीम की तरह कार्य कर रही है| आगामी दिनों में पार्टी यहां काफी अच्छा प्रदर्शन करेगी। राहुल ने कहा कि भाजपा व बीजद के बीच संबंध हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी हो या फिर विमुद्रीकरण हो या फिर संसद में विभिन्न बिलों को पारित करने के लिए बीजद ने समर्थन देकर इस बात को प्रमाणित कर दिया है।(हि.स.)