शिलांग(media saheb) मेघालय की अवैध कोयले की खदान में गत 13 दिसम्बर से फंसे 15 श्रमिकों का पता लागने के लिए विभिन्न एजेंसियां पूरे जोरशोर से काम में जटी हुई हैं। सोमवार सुबह आठ बजे से ओडिशा अग्निशमन सेवा ने दो पुराने खदानों से दो पंप की मदद से पानी निकालने का कार्य शुरू कर दिया है, जबकि कोल इंडिया लि.(सीआईएल) भी पुराने खदान से पानी निकालने के लिए तैयार है। यह मुख्य खदान के पास स्थित है, जिसमें श्रमिक फंसे हुए हैं। कोल इंडिया ने भी अस्थायी खदान में पाइप बिछाने का काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में किर्लोस्कर कंपनी के विशेषज्ञ अपने पंप की मरम्मत के काम में जुटे हुए हैं।
सूत्रों ने उम्मीद जताई है कि आगामी दो दिन में पंप की मरम्मत हो जाएगी। हालांकि वर्तमान हालात में कोई विशेष तब्दीली नहीं हुई है। मौके पर नौसेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, ओडिशा अग्निशमन विभाग, कोल इंडिया लि. व किर्लोस्कर कंपनी से जुड़े लोग अभियान चलाने में जुटे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि मेघालय के ईस्ट जयंतिया हिल्स जिला के साइपुंग थानांतर्गत कसान गांव में स्थित एक कोयले की अवैध खदान में अचानक पानी भर जाने से खान के अंदर कोयला खोद रहे 15 श्रमिक गत 13 दिसम्बर से फंसे हुए हैं। जिस स्थान पर श्रमिक फंसे हैं, वहां पर लगभग 90 से अधिक खदान हैं। खदान के पास लगभग 500 मीटर की दूरी पर बह रही लाइटेन नदी का पानी भी खदान में आने की संभावना जताई गई है| इसकी वजह से खदान के पानी का स्तर कम नहीं हो रहा है। (हि.स.)