मुंबई, (media saheb.com), पाकिस्तानी समर्थक आतंकवादियों द्वारा कश्मीर के पुलवामा में किए गए आतंकवादी हमले को लेकर जहां देश भर में रोष व्याप्त है और हर तरफ से पाक पर लगाम लगाने की मांग हो रही है, वहीं पाकिस्तान के सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली हिंदी फिल्मों पर रोक लगाए जाने की संभावना नजर आ रही है। इससे पहले जब उरी में पाक आतंकवादियों ने सेना के कैंप पर हमला किया था, तो भारतीय फिल्मों में पाक कलाकारों के काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद अब पाक में हिंदी फिल्मों के रिलीज पर रोक लगाने की मांग हो रही है। निर्माता पहलाज निहलानी भी मानते हैं कि इस समय पाक में भारत की फिल्मों को दिखाए जाने का कोई मतलब नहीं रह जाता। हमारे लिए देश सबसे पहले है, कारोबार बाद में है।
कहा जा रहा है कि इस मांग को लेकर निर्माताओं की संस्था गिल्ड और इंपा में विचार होने की संभावना है। पाक के सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्में 2 करोड़ से 10 करोड़ के बीच का कारोबार करती हैं। पाकिस्तान का सेंसर बोर्ड इन फिल्मों के प्रदर्शन की अनुमति देता है। भारत में अगले सप्ताह रिलीज होने जा रही इंद्र कुमार की फिल्म टोटल धमाल के पाक सिनेमाघरों में रिलीज होने की संभावना नजर नहीं आ रही है।(हि.स.)।