रायपुर25 जून (mediasaheb.com) पाइटेक कालेज से इंजीनयरिंग की पढाई करने के बाद धारिणी झा का सलेक्शन आस्ट्रेलिया की जेम्सकुक यूनिवर्सिटी की रिसर्च स्कालरशिप के लिए हुआ है। धारिणी ऑस्ट्रेलिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर शोध करेगी, जिस पर अभी भारत में बहुत कम कार्य हुआ है।
आईआईटी खड़गपुर में शोध के दौरान धारिणी ने रिमोट सेंसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के महत्व को समझा। धारिणी का मानना है कि उसके रिसर्च के परिणाम से मौसम, वर्षा, बाढ़, आपदा आदि का अधिक सटीकता से अनुमान लगाया जा सकेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग, इंजीनियरिंग, कम्प्यूटर साइंस, एग्रीकल्चर, मेडिकल सहित अनेक क्षेत्रों में महत्व तेजी बढ़ने की संभावना है।
बिडला इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, मेसरा रांची से एम टेक करने के बाद धारिणी झा आईआईटी, खड़गपुर में 2 साल रिसर्च एसोसिअट रही। उसके बाद आइआइटी-बीएचयूबनारस में रिमोट सेंसिंग पर रिसर्च कार्य की। इसी दौरान धारिणी को आस्ट्रेलिया की जेम्सकुक यूनिवर्सिटी के टाउन्सविले केम्पस में 4 साल के लिए रिसर्च स्कालरशिप मिली है। धारिणी रायपुर से 23 जून को दिल्ली रवाना हो गई है और 26 जून को वहाँ से डेवलपमेंट ऑफ़ आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस मेथड्स पर पीएचडी करने ब्रिसबेन रवाना होंगी।