राष्ट्र को समर्थ एवं शक्तिशाली बनाने के लिये राजधानी में आयोजित हुआ गृहे गृहे यज्ञ*
रायपुर, (mediasaheb.com) अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा देश और विदेश में नौ वर्षीय मातृशक्ति श्रद्धांजलि महापुरश्चरण के अन्तर्गत दो जून को प्रदेश भर के 30 हजार से अधिक घरों में यज्ञ और गृहे-गृहे गायत्री उपासना की गयी। इसी क्रम में राष्ट्र को समर्थ एवं शक्तिशाली बनाने हेतु आहूत गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ, गृहे-गृहे उपासना अभियान में दो जून को राजधानी रायपुर में भी एक दिन, एक साथ विभिन्न स्थानों पर सामूहिक एक कुण्डीय यज्ञों का आयोजन किया गया जिससे संस्कारों की पुनर्स्थापना, वातावरण परिशोधन, समग्र स्वास्थ्य, समर्थ राष्ट्र निर्माण, मानवोचित गुणों का विकास, सकारात्मक ऊर्जा संवर्धन, आत्मशक्ति का अभ्युदय, वैचारिक उत्कृष्टता, बुद्धि का तीव्र विकास, देव परिवार निर्माण, प्रतिभा संवर्धन तथा पर्यावरण संरक्षण हो सके।
*तीन चरणों में सम्पन्न कार्यक्रम*
रायपुर जिला समन्वयक लच्छू राम निषाद जी ने बताया कि कार्यक्रम तीन चरणों में हुआ- जिसमें यज्ञ से पूर्व जनसम्पर्क, परिजनों से सम्पर्क, स्थान का चयन इत्यादि व्यवस्था की तैयारी शामिल रही। द्वितीय चरण में याज यानी यज्ञीय कार्यक्रम का आयोजन तथा तृतीय और अंतिम चरण में अनुयाज-सामूहिक दीपयज्ञ कार्यक्रम , मंडलों का निर्माण, साप्ताहिक स्वाध्याय एवं गतिविधियों का प्रारम्भ तथा संचालन हुआ।
*हर घर तक आत्मीयता और प्रेरणा की संजीवनी पहुंचे*
2026 तक एक करोड़ घरों में गायत्री यज्ञ-उपासना के विस्तार के लक्ष्य को लेकर आयोजित इस कार्यक्रम के मूल उदेश्य में है कि घर-घर गायत्री महाविद्या का तत्वदर्शन पहुंचे। इसके अलावा देव स्थापना एवं नियमित उपासना धर्म घट-ज्ञान घट स्थापित करना, संस्कारों की प्रेरणा देना, ज्ञानदूत तैयार करना, संगठन एवं मण्डलों का गठन करना, मिशन के आधारभूत कार्यक्रम-जनसंपर्क को शक्ति प्रदान करना, नये पुराने निष्क्रिय कार्यकर्ताओं को जनसंपर्क एवं समयदान हेतु तैयार करना तथा शक्तिपीठ एवं शांतिकुंज से नये लोगों को जोड़ने के उदेश्य से भी इस कार्यक्रम को गति दिया जा रहा है। अखिल विश्व गायत्री परिवार के मीडिया प्रभारी अमित डोये ने बताया कि
एक ही समय पर यज्ञ कराने का उद्देश्य हर घर तक आत्मीयता और प्रेरणा की संजीवनी पहुंचाना है जिससे माताजी के जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक समाज में व्यापक परिवर्तन दिखाई दे।
हम सब मिशन से जुड़े हैं पावन गुरुसत्ता अथवा गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ताओं से मिले प्रेम, प्रोत्साहन, प्रेरणाओं से। आत्मीयता और प्रेरणा की यह युग संजीवनी इस वर्ष कम से कम इन दो लाख चालीस हजार घरों में पहुंचेगी जिससे उन घरों में उपासना, साधना, स्वाध्याय, यज्ञ से विचार क्रांति का नया अध्याय नियमित रूप से आरंभ हो सके।
वहीं तेलीबांधा गायत्री प्रज्ञापीठ के संयोजक संतोष यदु ने बताया कि हर प्रज्ञा मण्डल, महिला मण्डल, शाखा, शक्तिपीठ को हर वर्ग के घरों में प्रज्ञा अभियान प्रचार पत्रक के रूप में पहुंचाना है ताकि एक वर्ष तक उन सबसे जनसंपर्क होता रहे तो निश्चित रूप से उनके जीवन में व्यापक परिवर्तन होगा। यज्ञ सम्पन्न होने के पश्चात जिनके घरों में यज्ञ हुआ उन्होंने अपने मोबाइल से 07949130484 पर मिस कॉल करके शांतिकुंज हरिद्वार तक यज्ञ सम्पन्न होने के संदेश को पहुँचाया | 2 जून को राजधानी में लगभग 1000 घरो में गायत्री यज्ञ सम्पन्न हुए।
यह यज्ञ नगर के कुशालपुर, सन्तोषीनगर, दावड़ा कालोनी, माना, तेलीबांधा, खमतराई, तिलकनगर, चंगोराभाठा,रायपुरा, कोटा,टाटीबंध, समता कालोनी, डी डी नगर,सुंदरनगर, गोगांव समेत प्रायः सभी वार्डो में सम्पन्न हुए हैं।