रायपुर(mediasaheb.com) गँगरेल से तकरीबन 25 दिन पहले तालाबों को भरने के लिये छोडा गया निस्तारी पानी बीते कल बुधवार को तब बडगांव व तोडगाँव के तालाबों को भरने पहुंचा जब ग्रामवासी पानी मिलने की आशा छोड बैठे थे। महानदी मुख्य नहर के कोडापार से निकले लगभग 53 किलोमीटर लँबे माँढर शाखा नहर के तकरीबन 40वेँ किलोमीटर से 9-10 ग्रामो को सिँचाई पानी देने निकाले गये 13 किलोमीटर लँबे वितरक शाखा क्रमांक 10 के माइनर नँबर 1 के अंतिम छोर मे पडते हैं ये दोनों गाँव। पानी को दो बराबर हिस्सों मे बाँट दोनों ग्रामो के ग्रामीणों ने तालाब भरना शुरू कर दिया है ।
उल्लेखनीय है कि इस माइनर के कमाँड क्षेत्र मे आने वाले ग्राम दरबा व सोनपैरी को सिँचाई पानी मिलने के बाद कुटेसर से आगे इन दोनों ग्रामो को पानी पहुँचता है। काफी वर्षों पूर्व सिँचाई करार के तहत कुटेसर ,बडगांव व तोडगाँव को पानी मिलता था पर कालांतर मे कुटेसर से आगे पानी न बढने की स्थिति को देखते हुये इन दोनों ग्रामो के ग्रामीणों ने सिचाई एग्रीमेंट कटवा लिया था ।इधर विभागीय सूत्रों के अनुसार कुटेसर के ग्रामीण अपने राजनैतिक आकाओं के बल पर पानी का दोहन कर कुटेसर से आगे पानी नहीं बढऩे देते और यहाँ के 97 प्रतिशत किसान सिँचाई कर भी नहीं पटाते।
सूत्रों के अनुसार 30 – 35 वर्षों. से यही सिलसिला जारी है । सन् 2016 -17 के कृषि सत्र मे इन दोनों ग्रामो के किसानों द्वारा ध्यानाकर्षण कराये जाने पर किसान सँघर्ष समिति के सँयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने तत्कालीन जल सँसाधन मँत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित मुख्य अभियंता एस. व्ही. भागवत व कार्यपालन अभियंता सुरेश पाँडेय को ज्ञापन सौंप हालात से अवगत कराया था जिस पर मैदानी अमला ने दिनरात मेहनत कर डिमांड मे इन दोनो ग्रामो को सिँचाई पानी पहुँचाने के साथ -साथ गर्मी मे भी निस्तारी पानी पहुँचाने मे सफलता हासिल की थी । इस वर्ष भी सिँचाई पानी बडगांव पहुंचा ही था कि बाँध का गेट ही बँद हो गया था।
वर्तमान मे निस्तारी पानी की समस्या को देखते हुये तोडगाँव के सरपंच बालाराम निषाद व बडगांव के सरपंच नूतन भरत वर्मा सहित किसान सँघर्ष समिति के सँयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने जल सँसाधन मँत्री रवींद्र चौबे सहित प्रभारी मुख्य अभियंता के. एस. ध्रुव ,कार्यपालन अभियंता अजय श्रीवास्तव व अनुविभागीय अधिकारी एम. बोरकर को ज्ञापन सौंप माँढर शाखा नहर मे पर्याप्त पानी छुडवा निस्तारी तालाबों को भरवाने का आग्रह किया था ।

