कोरबा (mediasaheb.com) शराब निर्माण के आरोप में शनिवार की एबाल्को के विवादित थाना प्रभारी प्रमोद कुमार सिंह ने किस तरह से बर्बरतापूर्वक महिला को घर से उठाया और अपने साथ थाने ले गए। इसकी पूरी कहानी खौफजदा पीड़िता ने बताई है. पीड़ित महिला पुलिस के इस कार्रवाई से अब भी दहशत में है।उसने बताया कि शनिवार की देर रात प्रमोद कुमार सिंह हमेशा की तरह उनके इलाके में पहुंचा हुआ था।उसके साथ कुछ अन्य जवान भी थे।सभी उसके झोपड़ी का दरवाजा बेहद जोर जोर से खटखटा रहे थे और फिर सभी एकाएक अंदर घुस आए।निरीक्षक ने उससे बदसलूकी की और फिर उसे दूसरे जवानों की मदद से सीधे थाने ले आये। महिला ने स्वीकार किया है कि वह आदिवासी समुदाय से है और उस रात उसने तीन किलो यानी 12 पांव शराब घर पर बनाया था ।
जो उसके खुद के लिए था।दूसरी ओर जिले का आदिवासी समाज अब इस मामले को लेकर बेहद आक्रोशित है।आदिवासी मुंडा समुदाय के एक प्रतिनिधि ने बताया कि वह थाना प्रभारी के इस बर्बरतापूर्ण तरीके से की गई कार्रवाई की कड़ी निंदा करते है। जहां तक विवादित थानाधिकारी प्रमोद कुमार के खिलाफ कार्रवाई का सवाल है तो वह तब तक शांत नही बैठेंगे ,जब तक पुलिस प्रशासन द्वारा निरीक्षक पीके सिंह पर कोई कड़ा फैसला नही लिया जाता। इस मामले में शिकायत की तो स्थानीय आदिवासी समाज ने टीआई के खिलाफ सूबे के मुखिया भूपेश बघेल, छग अनूसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष, प्रदेश महिला आयोग की प्रमुख, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, कोरबा जिला कलेक्टर और पुलिस कप्तान से की है।
अपनी शिकायत में उन्होंने जहां महिला आरोपी की गिरफ्तारी के नियमावली का उल्लेख किया है तो दूसरी तरफ टीआई पर अकेली महिला से छेड़छाड़ कर शराब पीकर बदसलूकी करने सरीखे गंभीर आरोप मढ़े है। महिला सुरक्षा और उनसे जुड़े कायदों की अनदेखी के साथ की गई इस कार्रवाई की निंदा हर कोई कर रहा है। (हि.स.)