कोरबा (mediasaheb.com) महुआ के लालच में ग्रामीणों की जान पर बन आ रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में भालुओं का हमला जारी है। बड़मार में महुआ बीनने के दौरान एक व्यक्ति हमले में जख्मी हो गया। उसे करतला में उपचार दिया जा रहा है। वन मंडल कोरबा के करतला परिक्षेत्र में हुई। बड़मार सर्किल के बिजराभौना जंगल के कक्ष क्रमांक पी 1150 में भीतरी हिस्से से अचानक निकलकर आये भालू ने ग्रामीण पर हमला बोल दिया। पीड़ित का नाम कृष्णालाल पटेल 50 पिता रत्थुराम पटेल निवासी बोतली बताया गया है। वह इस स्थान पर महुआ संग्रहण कार्य में जुटा हुआ था। जंगल में अन्य स्थानों पर गांव के लोग मौजूद थे। इसी दरम्यान एक स्थान पर पहले से मौजूद भालू ने जगह बदली और पटेल पर हमला बोल दिया। उसके दोनों पैर और जांघ को हिंसक जानवर ने जख्मी कर दिया है।
पटेल ने विपरित परिस्थितियों में धैर्य नहीं खोया और लकड़ी के जरिये भालू पर आक्रमण किया। हालात बदलने के साथ भालू को कुछ नहीं सूझा और वह यहां से चलता बना। पटेल के साथ हुई घटना की जानकारी होने पर आसपास में मौजूद लोग यहां पहुंचे। उनके माध्यम से पीड़ित को लहुुलुहान स्थिति में करतला के शासकीय अस्पताल पहुंचाया गया। चिकित्सकों द्वारा उसे उपचार दिया जा रहा है। वन विभाग को इस संबंध में जानकारी मिलने पर उसने पीड़ित को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है। विभाग की ओर से महुआ संग्रहण में लगे लोगों को सचेत किया जा रहा है कि वे सुबह जंगल की तरफ सामुहिक रूप से जाने के साथ अपना काम संपन्न करें। ऐसा होने पर वन्य प्राणियों से वे नहीं घिर सकेंगे और अन्य स्थिति में मिलकर मुकाबला किया जाना संभव हो सकेगा।
करतला रेंज में बनी हुई है सक्रियता हाथियों का उत्पात कुछ दिनों से ठंडा पड़ा हुआ है ।लेकिन इसकी भरपायी भालुओं के द्वारा की जा रही है। एक पखवाड़ा से भालुओं के द्वारा करतला रेंज के विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीणों पर हमले किए जा रहे हैं। कोटमेर, कोई, नोनबिर्रा में अब तक की घटनाओं में 7 लोग घायल हुए हैं। इनमें से एक व्यक्ति की दोनों आंखे भालू ने नोच ली। अन्य घायलों को काफी चोंटे आई। इस तरह के घटनाक्रम में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को बूरी तरह भयभीत कर रखा है। लघु वनोपज महुआ से होने वाली आमदनी को लोग सीधे तौर पर नहीं छोड़ते। इसी फेर में वे सभी तरह की जोखिम को मोल लेने से पीछे नहीं हैं। भालुओं का उन्मूलन आखिर कैसे किया जाए, यह वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती तो है ही। (हि स)।

