सेंसेक्स में 1,921.15 और निफ्टी में 569.40 अंकों की बढ़त
नई दिल्ली/मुम्बई, (mediasaheb.com) । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा कॉरपोरेट Tax में कटौती के ऐलान से शेयर बाजार झूम उठा। खासकर ऑटो और बैंकिंग सेक्टर में उछाल देखने को मिला है। कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को बाम्बे स्टाक एक्सचेंज ( BSE ) के 31 शेयरों वाले संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1,921.15 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ( NSE ) के 50 शेयरों वाले संदेवी सूचकांक निफ्टी 569.40 अंक की बढ़त के साथ बंद हुए।
शुक्रवार को शेयर बाजार में पिछले एक दशक की सबसे बड़ी एक दिवसीय तेजी दर्ज की गई।
जानकारों के मुताबिक अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए उठाए गए सरकारी कदमों से विदेशी निवेशकों का रुझान भारत की तरफ बढ़ेगा।बीएसई सेंसेक्स 36,093.47 अंकों के पिछले बंद स्तर की तुलना में आज सुबह वृद्धि के साथ 36,214.92 पर खुला। सत्र के दौरान सेंसेक्स 38,378.02 के ऊपरी स्तर तक चढ़ा और अंत में 1,921.15 अंकों या 5.32 फीसदी की जबरदस्त बढ़ोतरी के साथ 38,014.62 पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का निफ्टी 10,704.80 के पिछले बंद स्तर की तुलना में 10,746.80 पर खुल कर 569.40 अंक या 5.32 फीसदी की वृद्धि के साथ 11,274.20 पर बंद हुआ।निफ्टी के प्रमुख 50 शेयरों में से 44 शेयरों में मजबूती और 06 शेयरों में कमजोरी आई। वहीं बीएसई के 31 प्रमुख शेयरों में से 26 शेयरों में बढ़ोतरी और 05 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
कारोबार में सेंसेक्स के दिग्गज शेयरों में से हीरो मोटोकॉर्प में 12.52 फीसदी, मारुति सुजुकी में 10.89 फीसदी, इंडसइंड बैंक में 10.74 फीसदी, बजाज फाइनेंस में 10.19 फीसदी, एसबीआई में 10.09 फीसदी और महिंद्रा ऐंड महिंद्रा में 9.53 फीसदी की बढ़त आयी। आज जिन शेयरों के भाव में गिरावट दर्ज की गई उनमें पावर ग्रिड में 2.39 फीसदी, इन्फोसिस में 1.94 फीसदी, टीसीएस में 1.74 फीसदी, एनटीपीसी में 1.52 फीसदी और टेक महिंद्रा में 0.35 फीसदी की कमजोरी दर्ज की गयी। आज बीएसई के कुल शेयरों में से 1,864 शेयरों में मजबूती के मुकाबले 728 शेयरों में कमजोरी आयी, जबकि 144 शेयर सपाट रहे।उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री ने एक अध्यादेश लाकर घरेलू कंपनियों और नयी स्थानीय विनिर्माण कंपनियों के लिये कॉर्पोरेट कर कम करने का प्रस्ताव दिया है।
आयकर अधिनियम के नये प्रावधान के अनुसार घरेलू कंपनियों को 22 फीसदी की दर से आयकर देने की अनुमति होगी। इसके अलावा 1 अक्टूबर 2019 के बाद बनी कंपनियों पर 15 फीसदी टैक्स का प्रस्ताव किया गया है, जबकि विनिर्माण कंपनियों के लिए भी टैक्स घटाया जायेगा। (हि.स.)