रायपुर/सुकमा, (mediasaheb.com) लोकसभा चुनाव के मद्देनजर छत्तीसगढ़ पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। सुकमा जिले में 18 स्थाई वारंटी समेत 34 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 3 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सुकमा जिले के एसपी डीएस मरावी ने जानकारी देते हुए बताया कि, डब्बाकोंटा एरिया आरपीसी अध्यक्ष व हार्डकोर सक्रिय नक्सली माड़वी हिंगा के साथ 34 नक्सलियों ने सोमवार को एर्राबोर थाने जाकर आत्मसमर्पण किया है। सभी नक्सली मनीकोंटा, गगनपल्ली, दरभागुडा, मेटागुडा, मरईगुड़ा, आसीरगुडा के बोडागुबली के रहने वाले हैं तथा इन इलाकों में इनके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
समर्पित नक्सलियों का नाम सोयम रामा, पण्डा मुत्ता-एकलगुडा, सोयम कन्ना-मेटागुडा, मडकम राजू-मरईगुडा, सोड़ी सिंगा, मडकम देवा-मनीकोन्टा, मडकामी हिंगे उर्फ भारती, मडकम हुंगा, मडकम भीमा, कारम चईयो उर्फ जईयों -दरभागुडा, करनम रामा, पोडियम सिंगा, वेटटी जोगी, मडकम दुला, सोयम दुल्ला-गगनपल्ली, कडती रामा, नुप्पो जोगा-मरईगुडा सहित अन्य संघम/मिलिशिया सदस्य बारसे सोमडा-दरभागुडा, सेमला लच्छा, सोयम सुब्बा, माडवी सोमा, सेमला मुचाकी मुत्ता, सोयम बोज्जी-आसीरगुडा, माडवी लिंगा, सेमला दुला, माडवी जोगा, सोडी दुल्ला वेटटी कामा-मनीकोंटा, सोयम सुब्बा-गगनपल्ली, नुप्पो लच्छु-बोडागुबली हैं।
लगातार पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन और छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर इन नक्सलियों ने मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया, जिनका सुकमा पुलिस ने स्वागत किया है। समर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ के बस्तर में 11 अप्रैल को प्रथम चरण के तहत मतदान होना है। इससे पूर्व इन नक्सलियों के समर्पण को एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। नक्सली लगातार बस्तर के आदिवासियों को छलावा कर अपने संगठन में काम करने को मजबूर करते हैं और फोर्स पर हमला सहित अन्य गतिविधियों में शामिल करते हैं। हाल ही के वर्षों में नक्सली संगठन द्वारा बस्तर के आदिवासियों को प्रताड़ित करने के मामले सामने आने के बाद स्थानीय नक्सली अब धीरे-धीरे मुख्यधारा में लौट रहे हैं। इसी का परिणाम है कि सोमवार को सुकमा जिले में 34 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष पहुंचकर मुख्यधारा में जुड़ने का फैसला लिया। हि.स.