रायपुर, (mediasaheb.com) लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है, जिनमें कुल 149 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था। नामांकन के बाद फार्मों की समीक्षा में 11 उम्मीदवारों का नामांकन विभिन्न कारणों से निरस्त कर दिया गया है, अब इन सीटों पर 138 उम्मीदवार शेष बचे है। अब निगाहें नाम वापसी पर टिकी है, 8 अप्रैल दोपहर 3 बजे तक अभ्यर्थी नाम वापस ले सकते है। तीसरे चरण के मतदान के लिये रायपुर से 26, दुर्ग 25, बिलासपुर 27, रायगढ में 14, जांजगीर चांपा में 18, कोरबा में 18, सरगुजा 10 में उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है। रायगढ़ लोकसभा अनूसूचित जनजाति के लिये आरक्षित सीट है।
यहां से भाजपा ने गोमती साय को उम्मीदवार बनाया है, तो कांग्रेस लालजीत राठिया को मैदान में उतारा हैं। रायगढ़ से केन्द्रीय मंत्री विष्णुदेव साय सांसद है, भाजपा ने उनके स्थान पर गोमती साय पर विश्वास किया है। भाजपा को चुनाव जिताने की जिम्मेदारी केन्द्रीय मंत्री साय और कलेक्टर से नेता बने ओमप्रकाश चौधरी की होगी। सरगुजा भी रायगढ़ की भांति अनुसूचित जनजाति के आरक्षित है। यहां भाजपा ने सांसद कमलभान सिंह का टिकट काटकर रेणुका सिंह को उतारा है तो कांग्रेस ने वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और वर्तमान विधायक खेलसाय सिंह उम्मीदवार बनाया है।
रेणुका सिंह बीजेपर की फायरब्रांड नेत्री मानी जाती है। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने माया प्रजापति को प्रत्याशी बनाया है। जांजगीर चांपा लोकसभा अनुसुचित जाति के लिये आरक्षित है यहां मुकाबला भाजपा कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी त्रिकोणीय हो सकता है। बीते दो पंचवर्षिय से सांसद कमलादेवी पाटले की जगह गुहाराम अजगले को प्रत्याशी बनाया है तो कांग्रेस ने रवि भारद्वाज को उतारा हैं। बहुजन समाज पार्टी ने धाकड नेता दाउराम रत्नाकर को टिकट देकर मुकाबला त्रिकोणीय कर दिया है। कोरबा लोकसभा कांग्रेस का गढ माना जाता रहा है, पर पिछले बार यह मिथक टूट गया। पिछली बार चरनदास महंत कुछ वोटों से चुनाव हार गये थे, इस बार उनकी पत्नी ज्योत्सना महंत कांग्रेस की उम्मीदवार हैं। भाजपा ने वर्तमान सांसद बंशीलाल महतो को चुनाव से बाहर करते हुये नया चेहरा ज्योतिनंद दुबे को टिकट दिया है। यहां से जनता कांग्रेस के मुखिया अजीत जोगी चुनाव लड़ने वाले थे, पर बाद में मन बदल दिया।
बिलासपुर लोकसभा से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी अटल श्रीवास्तव कांग्रेस से मैदान में हैं तो भाजपा ने लखनलाल साहू की जगह नये चेहरे अरूण साव पर भरोसा जताया है। पेशे से वकील अरूण, संघ के करीबी है। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने गुरूगोसाई उत्तमदास को उम्मीदवार बनाया है। राजनांदगांव पुर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमनसिंह का गृह जिला है। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे ओर वर्तमान सांसद अभिषेक सिंह का टिकट काटकर संतोष पाण्डेय को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने साहु समाज की बहुलता को देखते हुये भोलाराम साहू को उम्मीदवार बनाया है। बहुजन समाज पार्टी ने खेमचंद साहू को टिकट दिया है। यहां पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। दुर्ग लोकसभा से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू का गृह जिला है। यहां भाजपा ने पूर्व विधायक और कुर्मी समाज के अध्यक्ष विजय बघेल को उतारा है, तो कांग्रेस ने प्रतिमा चंद्राकर को टिकट दिया है।
यहां मुख्यमंत्री भूपेश और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की प्रतिष्ठा दांव पर है। दुर्ग लोकसभा 2014 लोकसभा चुनाव के बाद एकमात्र सीट थी जिसमें कांग्रेस जीती थी और सांसद ताम्रध्वज साहू बने थे। महासमुंद लोकसभा से कांग्रेस ने वरिष्ट नेता धनेन्द्र साहू को मैदान में उतारा है, तो भाजपा ने तीन बार के सांसद चंदुलाल साहू का टिकट काटकर नया चेहरा संदीप दीवान पर भरोसा जताया है। साहू और कुर्मी बाहुल सीट पर कड़ा मुकाबला की उम्मीद हैं। राजधानी रायपुर लोकसभा सत्ता और विपक्ष के दिग्गजों के नाक का सवाल है। बीते 35 साल से यहां रमेश बैस भाजपा के सांसद हैं, जिसे इस बार भाजपा ने बदलकर पूर्व महापौर सुनील सोनी को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने वर्तमान महापौर प्रमोद दुबे को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है, यहां पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की भूमिका अहम होगी। हिंस