रायपुर (mediasaheb.com) बहुचर्चित फोन टेपिंग मामले में आरोपित रेखा नायर के पास से छापे के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं। ईओडब्ल्यू को आईपीएस मुकेश गुप्ता की स्टेनो रह चुकी रेखा नायर से प्राप्त दस्तावेजों में दर्जनों कारोबारी और अफसरों के नाम मिले हैं। इसके अलावा गोपनीय सूचनाएं कुछ एजेंसियों को सौंपे जाने के इनपुट भी मिले हैं। इसके एवज में करीब 10 लाख रुपये का इनाम लिए जाने की जानकारी भी मिली है। इसकी पतासाजी करने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखकर ब्योरा मांगा गया है। दस्तावेजों के अनुसार रेखा नायर कुछ अधिकारियों एवं कारोबारियों को विभाग की गोपनीय सूचनाएं दिया करती थी। बदले में उसे आर्थिक लाभ मिलता था। गोपनीय सूचनाओं के बदले रकम नहीं मिलने पर दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की धमकी दी जाती थी। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दस्तावेजों से ऐसी जानकारियां सामने आ रही है जिससे सभी स्तब्ध है।
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार रेखा नायर और उसके परिवारवालों की आय, खर्चें एवं विभाग में जमा किये गये आयकर रिटर्न की भी जांच की जा रही है। रेखा और परिवार वालों की चल-अचल संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार रेखा नायर के विभिन्न बैंक खातों, लॉकर, प्रापर्टी के पेपर, निवेश की कीमत करीब 50 करोड़ रुपये अधिक की बताई जाती है। उसके द्वारा 12 बैंक खातों का संचालन किया जाता था, जिसमें प्रतिमाह रकम भी किसी दूसरे खाते से ऑनलाइन जमा होती थी। ज्ञात हो कि अभी दो दिन पूर्व ही विभाग में इश्तेहार जारी कर आरोपित को 7 दिनों के भीतर अपना कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है।
पिछले दो साल से अधिक समय से रेखा अपने कार्यस्थल पर उपस्थित नहीं है। फोन टेंपिंग के लिए रेखा नायर के इजराइल जाने की जानकारी मिलने के बाद विभाग ने क्षेत्रीय पासपोर्ट को पत्र लिखा है, इसमें पासपोर्ट बनवाए जाने के संबंध में जानकारी मांगी गई है। साथ ही उसका पासपोर्ट नंबर उपलब्ध कराने और उसे ब्लॉक करने के लिए भी कहा गया है। बिना सूचना गायब रहने और तीन वर्ष तक मुफ्त में वेतन लेने वाली रेखा नायर को बर्खास्त किया जा सकता है। (हि.स.)।