जगदलपुर, (mediasaheb.com) नक्सलियों ने अपनी रणनीति में परिवर्तन करते हुए टीसीओसी (टेक्टिकल काउंटर अफेंसिव केम्पेन) शुरू कर दिया है। प्रत्येक गर्मियों में चलने वाले टीसीओसी में इस बार नक्सलियों ने अपनी रणनीति बदली है। वे परम्परागत रूप से पुलिस सर्चिंग पार्टी पर हमले की बजाय कस्बाई क्षेत्र में स्थित थानों, कैम्प व चौकियों में अप्रत्याशित हमलों को अंजाम देने की रणनीति बना रहे हैं, इधर पुलिस भी एहतियात बरत रही है। वहीं आगामी लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने भी नक्सली बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारियों में हैं। उल्लेखनीय है कि गर्मियों के दिनों में जंगल, पतझड़ के चलते सघन नहीं रह जाते और सर्चिंग में निकली फोर्स को दूर-दूर तक नजर आता है। ऐसे में नक्सलियों को जंगल में छिपने में कठिनाई होती है।
वे इन दिनों तेजी से अपना ठिकाना बदलते हैं और सुरक्षा बलों के हाथों गिरफ्तारी या मुठभेड़ में मारे जाने से बचाव के लिए काउंटर अफेंसिव चलाते हैं। वहीं पुलिस भी समानांतर रूप से टीसीओसी चलाती है। एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में ठिकाना बदलने के दौरान नक्सलियों को पकड़ने व निशाना बनाने का प्रयास करती है। आमतौर पर नक्सली टीसीओसी के दौरान बड़ी वारदात को अंजाम देने के फिराक मेंं रहते हैं ताकि फोर्स को नुकसान पहुंचाकर उसका मनोबल तोड़ा जा सके। खुफिया सूचनाओं की मानें तो इस बार के टीसीओसी में चुनाव को दष्टिगत रखकर नक्सली खतरनाक मंसूबों को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं।
इसके तहत जंगल में सर्च आपरेशन करने वाली फोर्स पर सीधे हमले की बजाय ऐसे थानों, चौकियों तथा आउटपोस्ट को निशाना बनाने की योजना है, जिनमें आमतौर पर हमले की आशंका नहीं होती है। प्राप्त सूचना के अनुसार नक्सल नेताओं ने हाल में ही ओडिशा के सीमावर्ती तुलसी डोंगरी तथा भोपालपटनम क्षेत्र में बैठक कर हमलों की रणनीति बनायी है। (हि.स.)।