नई दिल्ली, (mediasaheb.com) मासिक थोक मूल्य सूचकांक(डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर मार्च,2019 के दौरान (मार्च,2018 की तुलना में) 3.18 प्रतिशत रही। जबकि इससे पिछले महीने यह 2.93 प्रतिशत से 0.9 प्रतिशत बढ़कर 145.1 अंक हो गया। हालांकि समुद्री मछली(6 फीसदी), अंडा (5 फीसदी), चना (3 फीसदी), मांस, उड़द और मसाले व इलाइची(एक फीसदी प्रत्येक) के मूल्यों दर्ज की गई। वहीं औद्योगिक लकड़ी (16 फीसदी), कच्चा रेशम (7 फीसदी), सूर्यमुखी (4 फीसदी), सरसों बीज (3 फीसदी), करडी बीज (2 फीसदी) तथा सोयाबीन, फूल, नारियल व नारियल रेशा (एक फीसदी प्रत्येक) की कीमतों में कमी दर्ज की गई। ‘खाद्य उत्पादों के निर्माण’ का सूचकांक पिछले महीने के 128.7 अंक से 0.5 प्रतिशत घटकर 128.5 अंक हो गया।
ऐसा मेक्रोनी, नूडल्स और इसी तरह के उत्पाद (5 फीसदी), नारियल तेल (4 फीसदी), मछली प्रसंस्करण तथा राइस ब्रान ऑयल (3 फीसदी प्रत्येक), फल व सब्जी प्रसंस्करण और पाम ऑयल (2 फीसदी प्रत्येक) तथा कपास बीज तेल, सूजी, सोयाबीन तेल, बेसन, भैंसे का मांस (ताजा/ फ्रोजन), मसाले, नमक, वनस्पति, सरसो तेल, सूर्यमुखी तेल, कोको, चॉकलेट और चीनी कन्फैक्शनरी, घी और मैदा (प्रत्येक 1-1 फीसदी) के मूल्य में कमी आने के कारण हुआ। ईंधन एवं बिजली(भारांक 13.15 प्रतिशत) इस प्रमुख समूह का सूचकांक पिछले महीने के 101.0 अंक से 2.3 प्रतिशत बढ़कर 103.3 अंक हो गया। ‘खनिज तेल’ समूह का सूचकांक पिछले महीने के 91.3 अंक से 4.1 प्रतिशत बढ़कर 95.0 अंक हो गया। ऐसा एटीएफ, फर्नेस ऑयल (9 फीसदी), नैफ्था (9 फीसदी), एलपीजी (6 फीसदी), एचएसडी (2 फीसदी), पेट्रोलियम कोक (3 फीसदी) पेट्रोल (4 फीसदी), केरोसिन (5 फीसदी) और बिटुमिन (1 फीसदी) के दाम बढ़ने के कारण हुआ।(हि.स.)।