रायपुर, (media saheb.com) छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में गुरुवार को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग-नगरीय निकाय व श्रम के अनुदान मांगों पर चर्चा होनी थी। दीनदयाल के नाम पर संचालित कई योजनाओं के नामों को बदलने को लेकर भाजपा ने सदन में अपना विरोध जताया। भाजपा विधायकों ने आज नगरीय प्रशासन व श्रम मंत्री के अनुदान मांगों पर चर्चा में भाग लेने से इंकार कर दिया। भाजपा के विधायक सदन में बैठे रहे, लेकिन वो अनुदान मांगों की चर्चा में शामिल नहीं हुए। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने विपक्षी विधायकों से सदन की कार्यवाही में भाग लेने का अनुरोध करते हुए कहा कि यह परंपरा सही नहीं है।
दरअसल मंत्री शिव डहरिया ने अपने विभाग के कई योजनाओं के नामों को पंडित दीनदयाल के नाम से बदलकर इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के नाम पर कर दिया है। भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर व शिवरतन शर्मा का आरोप है कि यह कांग्रेस ने गलत परंपरा की शुरुआत की है। अजय चंद्राकर ने कहा कि नामों को बदलकर अगर महापुरुष के नाम पर किया जाता तो उचित होता, लेकिन गांधी परिवार से जुड़े नामों पर योजना का नाम रखा जाना ये राजनीतिक तौर पर सही नहीं है। (हि.स.)।