रायपुर, (media saheb) पंखाजूर थाने में मंतूराम पवार सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व किरणमयी नायक के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराएंगे। पवार ने आरोप लगाया है कि उनके खिलाफ जानबूझकर झूठे आरोप में केस दर्ज किया गया है। भूपेश बघेल उस समय कांग्रेस के अध्यक्ष थे, इसलिए उनके खिलाफ भी केस दर्ज करेंगे। उल्लेखनीय है कि मंतूराम 2014 उपचुनाव में अंतागढ़ विधानसभा से कांग्रेस के प्रत्याशी थे। उन्होंने ऐनवक्त पर अपना नाम वापस ले लिया था। इस मामले में एक टेप जारी हुआ था। उस टेप में मंतूराम को आर्थिक प्रलोभन की बातचीत कर नाम वापसी का आरोप है।
बीती रात कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता किरणमयी नायक ने अंतागढ़ मामले में पंडरी थाने में मामला दर्ज कराया गया है। कांग्रेस ने पंडरी थाने में सात धाराओं के साथ पांच नेताओं के खिलाफ एफआईआर कराया है। इसमें पूर्व सीएम अजीत जोगी, पूर्व विधायक अमित जोगी, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व विधायक मंतूराम पवार और डॉ. पुनीत गुप्ता शामिल है। वहीं अंतागढ़ टेपकांड में दर्ज एफआईआर पर सवाल उठाते हुए मंतूराम पवार ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस सरकार को अपने एसआईटी के ऊपर भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक मामले में मात्र दो लोगों के ही बयान लिए गए हैं। अभी तत्काल इस मामले में एफआईआर दर्ज करने की क्या जरूरत थी। मंतूराम ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस की सरकार किरणमयी के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना लगा रही है। उन्होंने कहा कि यह सारी कवायद जल्द ही होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर की जा रही है।
लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की सरकार जानबूझकर झूठे मामलों में भी कार्रवाई कर रही है ताकि चुनाव में इसका भरपूर फायदा उठाया जा सके। उन्होंने किरणमयी नायक से सवाल करते हुए पूछा कि यह 2014 का प्रकरण है। चार साल से आपने पार्टी को क्यों नहीं बताया? आप एक वकील हैं और आपको लगता है कि आपके किसी साथी ने ऐसा किया है तो आपने कोर्ट में सबूत क्यों नहीं पेश किया? पूर्णतया झूठा और निराधार मामला : अजीत जोगी इस मामले में अजित जोगी का बयान भी सामने आया है।
मामले में पहली बार बयान देते हुए उन्होंने कहा कि आजतक ऐसा कानून मैंने नहीं देखा कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद एफआईआर दर्ज की जा रही है। उन्होंने व्यंग करते हुए कहा कि ऐसा सिर्फ भूपेश बघेल की सरकार में ही हो सकता है। उन्होंने पूरे मामले को पूर्णतया झूठा और निराधार करार दिया है। उन्होंने कहा कि सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस के नेताओं के कहने पर ही मंतूराम चुनाव लड़ रहे थे और उन्ही लोगों के बीच कुछ अनबन की वजह से वे चुनाव नहीं लड़े। लेकिन इस मामले से मेरा कुछ भी लेना देना नहीं है। उन्होंने अपने पुत्र अमित जोगी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को भी पूरी तरह निराधार बताया और कांग्रेस सरकार के नोताओं पर जानबूझकर उन्हें फंसाने का आरोप लगाया।(हि.स.)।