अम्बिकापुर, (media Saheb) कुष्ठ रोग की रोकथाम के लिए तमाम सरकारी कवायदों के बाद भी इस बीमारी का जड़ से खात्मा सम्भव नहीं हो पाया है। बिमारियों से अनजान कई इस तरह से बीमारी से घिरने के बाद चिकित्सक के सम्पर्क में आते हैं। पिछले दस माह में 174 रोगी सामने आए हैं। सरगुजा जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुष्ठ रोगियों की पहचान के लिए किए जाने वाले प्रयास से पीड़ित कुष्ठ रोग से सम्बन्धित शंका होने पर स्वस्फूर्त चिकित्सक की सलाह लेने पहुंच रहे हैं। महात्मा गांधी के मृत्यु स्मरणोत्सव पर बुधवार को जिले में कुष्ठ जागरूक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कुष्ठ उन्मूलन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा जिले में कुष्ठ रोग से पीड़ितों को मुक्ति दिलाने के प्रयासों के बीच अप्रैल 2018 से जनवरी 2019 के बीस दस माह में 174 नए कुष्ठ रोगियों की पहचान की गई है।
पीड़ितों को अस्पताल से दवा निःशुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इसे देखते हुए फरवरी माह के दूसरे सप्ताह में कुष्ठ विकृति से निदान के लिए वृहद् शिविर का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। कुष्ठ उन्मूलन विभाग के नोडल अधिकारी डाॅ.पीके सिन्हा का कहना है कि बीमारी की पहचान को लेकर जागरुकता व स्थानीय स्तर पर किए जाने वाले प्रयास से लोग बीमारी के प्रति जागरूक हुए हैं और जांच के लिए खुद पहुंच रहे हैं। मैदानी स्तर पर भी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कुष्ठ रोग के संदेही की जानकारी तत्काल देने के लिए कहा गया है, ताकि जांच में उनकी वास्तविक बीमारी सामने आ सके। (हि.स.)।