पुराने घपले-घोटालों पर रहेगी तिरछी नजर,
दोपहर 3 से शाम 7 तक मंत्रालय बैठक
रायपुर(media saheb) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अब से कुछ घंटे बाद अपने ही विभागों की समीक्षा करेंगे। इस दाैरान उनकी नजर उन विभागों की तरफ होगी जिनके माध्यम से चुनावी घोषणापत्र के वादे पूरे करने हैं। इसके साथ ही उन विभाग की फाईलों पर मुख्यमंत्री की तिरछी नजर हो सकती है जिन्हें लेकर लगातार पिछली सरकार के घपले घोटाले से जुड़े मामलों की जानकारियां सरकार के पास आई है। इसमें जनसंपर्क विभाग व उसकी सहयोगी एजेंसी संवाद से जुड़े मामले प्रमुख हैं।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक जनसंपर्क, सूचना व प्रैद्योगिकी, खनिज व उर्जा विभाग की समीक्षा करेंगे। ये सभी विभाग पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह के पास लगभग उनके पूरे कार्यकाल के दाैरान रहे हैं। पिछले 5 से लेकर बीते 15 साल में इन विभागों के माध्यम से जिन बड़ी योजनाओं पर अरबों रुपए खर्च किए गए हैं उस पर भी मुख्यमंत्री गाैर फरमा सकते हैं।
सबसे पहले जनसंपर्क
छत्तीसगढ़ का जनसंपर्क विभाग व उससे जुड़ी एजेंसी संवाद नई सरकार बनने से पहले ही विवाद में आ गई थी,सरकार बनने के बाद यह तथ्य सामने आया कि बड़े पैमाने पर बजट लिमिट पार कर बेतहाशा राशि खर्च की गई है। यह मामला इतना बड़ा निकला की विभागीय जांच समिति को ये अनुशंसा करनी पड़ी कि इन सारे मामलों के जांच आर्थिक अपराधों की जांच करने वाली सरकार की एजेंसी ईओडब्लु से कराई जाए। यह जांच शुरू होने वाली है।
उर्जा विभाग-बिजली बिल हाफ
उर्जा विभाग से जुड़ा सरकार का सबसे अहम मसला फिलहाल चुनावी वादे पूरे करने से जुड़ा है। सरकार ने बिजली बिल हाफ करने का वादा किया है। अब सरकार ये देखेगी कि किस तरीके से इसे क्रियान्वित करना है, क्योंकि मामला सीधे-सीधे राजस्व से जुड़ा हुआ है। माना जा रहा है कि इस विभाग की समीक्षा के बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल बिजली बिल हाफ को लेकर कोई आदेश निर्देश जारी कर सकते हैं। इसके अलावा श्री बघेल सूचना प्राैद्योगिकी विभाग,खनिज विभाग की समीक्षा करेंगे।