रायपु(media saheb) मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम करने की जरूरत है। राज्य सरकार की यह मंशा है कि प्रदेश के दूर-दराज इलाकों के लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि इसके लिए उपलब्ध संसाधनों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री आज यहां न्यूरोसर्जनों के चार दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ’इंटरनेशनल ट्रांसफोर्मिनल इंडोस्कोपिक लंबर स्पाइन सर्जिकल कॉन्फ्रेंस’ के दूसरे दिन शामिल हुए। स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव विशेष अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने डॉक्टरों से आग्रह किया कि वे छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य सुविधाओं के और अधिक सुधार तथा मरीजों के हित में महत्वपूर्ण सुझाव राज्य सरकार को देें। राजधानी रायपुर के अम्बेडकर अस्पताल की सेवाओं को और अधिक बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। इस संबंध में भी चिकित्सक अपने सुझाव दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली के कारण रीढ़ की तकलीफें आम हो गयी हैं। यह प्रसन्नता का विषय है कि अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रीढ़ की तकलीफ के इलाज की विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने रायपुर में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ को इस आयोजन का लाभ मिलेगा। विदेशो से आए विशेषज्ञों से छत्तीसगढ़ के चिकित्सकों को काफी कुछ सीखने को मिलेगा।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने उम्मीद जतायी कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ ‘चिकित्सा विशेषज्ञता’ के प्रमुख केन्द्र के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए हर संभव सहयोग देगी। सत्र को डॉ. संदीप दवे और डॉ. एस.एन.मढरिया ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर डॉ. सतीशचन्द्र गोरे, डॉ. तनुश्री सिद्धार्थ सहित अनेक चिकित्सक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर डॉ. मेलकम की पुस्तक ‘ट्रांसफारमिनल स्टीचलेस स्पाइंन सर्जरी अन्डर लोकल एनिस्थिसिया’ का विमोचन किया।