नई दिल्ली, (mediasaheb.com) पूर्वी एशिया और भारत-प्रशांत क्षेत्र की महत्वपूर्ण संस्था ‘ईस्टर्न इकॉनॉमिक फोर्म’ (ईईएफ) के वार्षिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय रूस यात्रा पर चार सितंबर को व्लादिवोस्तक जाएंगे। करीब 36 घंटे की संक्षिप्त यात्रा के दौरान मोदी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से भारत-रूस 20वीं शिखर वार्ता में भाग लेंगे।
सोमवार को विदेश सचिव विजय गोखले ने प्रधानमंत्री की रूस यात्रा का ब्यौरा देते हुए बताया कि रूस के साइबेरिया और सदूर पूर्व क्षेत्रों में तेल और प्राकृतिक गैस की खोज और दोहन के काम में भारतीय कंपनियों की बहुत रुचि है। भारत इस क्षेत्र में अपनी आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने का इच्छुक है। इसी के मद्देनजर गत दिनों पीयूष गोयल चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ व्लादिवोस्तक गए थे।
विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि ईईएफ की बैठक में राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतीन के आमंत्रण पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने जा रहे प्रधानमंत्री मोदी अन्य देशों के नेताओं से अलग से द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे, जिसके बारे में अभी कुछ तय नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन व्यापार, रक्षा, निवेश, औद्योगिक सहयोग, ऊर्जा और संपर्क गलियारों से संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। दोनों देशों की वार्ता को सफल बनाने के लिए प्रधानमंत्री की यात्रा से पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल रूस गए थे।
गोखले ने बताया कि प्रधानमंत्री सुबह चार बजे रूस पहुंचेंगे। इसके बाद वह रूस के राष्ट्रपति के साथ जहाज निर्माण इकाई देखने जाएंगे। दोपहर में दोनों देशों के बीच होने वाले प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता और रात्रिभोज का हिस्सा बनेंगे। अगले दिन सुबह वह ईईएफ की बैठक में भाग लेने आए जापान, मलेशिया और मंगोलिया के नेताओं से अलग से वार्ता कर सकते हैं। इसके बाद वह सामूहिक सत्र को संबोधित भी करेंगे। भारत आने से पूर्व प्रधानमंत्री रूस में हो रही जूडो चैम्पियनशीप के फाइनल में हिस्सा लेंगे। इसमें शामिल होने के लिए 15 सदस्यीय टीम पहले से रूस में है। (हि.स.)।