इस्लामाबाद, (mediasaheb.com)। फ्रांस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से कुछ हासिल नहीं होने के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान की बौखलाहट और बढ़ गई है और उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर किसी हद तक जाने की बात कही है।
ट्रंप-मोदी मुलाकात के बाद उन्होंने देश को संबोधित किया और देश की जनता को विश्वास में लेने की कोशिश की। साथ ही कश्मीर पर आगे की रणनीति का खुलासा किया।
खान ने लोगों के सामने यह कहकर अपनी पीठ थपथपाई कि उन्होंने कश्मीर मुद्दे का अंतरराष्ट्रीयकरण कर दिया है और आगे इसे संयुक्त राष्ट्र में भी उठाएंगे। खान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर बड़ी भूल की है जिससे उसकी आजादी का मार्ग प्रशस्त हो गया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने परमाणु हमले की परोक्ष धमकी देते हुए जोर देकर कहा कि वह कश्मीर की आजादी के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।इमरान ने कहा, ‘’जब मेरी सरकार आई तो मेरी पहली कोशिश थी रोजगार बढ़ाया जाए। जलवायु परिवर्तन रोकने पर काम किया जाए। यह भारत और पाकिस्तान दोनों को प्रभावित करता है। इसलिए हम सभी पड़ोसियों के साथ दोस्ती करना चाहते थे। मैंने कहा था कि हिंदुस्तान एक कदम लेगा तो हम आपके तरफ दो कदम आएंगे।‘’
इमरान खान ने कहा कि उन्होंने ने भारत से कहा था कि कश्मीर मामले का हल बातचीत से निकले, लेकिन उन्हें मुद्दे मिलते रहे। जब भी वह कश्मीर पर बात करना चाहते थे, तो वे आतंकवाद पर बोलते रहे। इसके बाद भारत में चुनाव आए और उनके पाकिस्तान विरोधी अभियानों को देखा गया।
खान ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर उन्होंने विश्व के सभी प्रमुख देशों से बातचीत की है। संयुक्त राष्ट्र में 1965 के बाद पहली बार कश्मीर मामले पर चर्चा हुई। विदेशी मीडिया ने इस पर चर्चा की।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में 27 सितंबर को कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करेंगे। साथ ही अन्य वैश्विक मंच पर भी इस मुद्दे को उठाएंगे। (हि.स.)