वाशिंगटन/नई दिल्ली, (media saheb) अमेरिका के वाशिंगटन में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुआ ”सिख फॉर जस्टिस” (एसएफजे) का प्रदर्शन फ्लॉप रहा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस प्रदर्शन में मुश्किल से 15-20 से ज्यादा लोग नहीं थे जबकि उनके विरोध में भारत समर्थकों का बड़ा जत्था मौजूद था, जिसने भारत-विरोधी नारों का जमकर जवाब दिया। एसएफजे के भारतीय दूतावास के बाहर भारतीय ध्वज तिरंगा जलाए जाने के दावे को भी विदेश मंत्रालय के सूत्र ने झूठा बताया। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि विदेश मंत्रालय इस पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए था, क्योंकि तथाकथित संगठन का दावा था कि उसे भारत सरकार के खिलाफ अमेरिका में बड़े स्तर पर भारत ही नहीं, एशियाई और दुनिया के दूसरे प्रदेशों को लोगों का समर्थन प्राप्त है।
प्रदर्शन के दौरान ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला। भारत विरोधी लोग बमुश्किल डेढ़ दर्जन थे जबकि भारत समर्थकों की भारी भीड़ उनका जवाब भारत समर्थक नारों से दे रही थी। भारतीय राष्ट्रीय ध्वज जलाए जाने की घटना हुई ही नहीं, जैसा तथाकथित संगठन ने प्रचारित किया है। भारत सरकार को इस बात की सूचना मिल गई थी कि खालिस्तान समर्थक तथाकथित संगठन अमेरिका में भारतीय दूतावास के बाहर भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को जला सकते हैं। इसकी सूचना अमेरिकी सरकार को दे दी गई थी। साथ ही भारत ने विदेश जमीन पर भारत विरोधी प्रदर्शनों को अनुमति देने पर पहले ही अपनी आपत्ति जताई थी। इससे पहले खालिस्तान समर्थक संगठनों द्वारा लंदन में इसी तरह का विरोध प्रदर्शन करने पर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई थी। (हि.स.)।