अश्वेत अमेरिकी समुदाय से मिल रहा समर्थन, प्रचार के लिए पहले दिन मिले दस लाख डालर
लॉस एंजेल्स, (media saheb) कैलिफ़ोर्निया से डेमोक्रेट सिनेटर कमला हेरिस ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की तर्ज पर राष्ट्रपति चुनाव अभियान प्रारंभ कर दिया है। उन्हें अश्वेत अमेरिकी समुदाय से भारी समर्थन मिल रहा है। उन्हें पहले दिन दस लाख डालर चुनाव अभियान के लिए मिले, जिसे एक बड़ी सफलता बताया जा रहा है। वह शुक्रवार को अश्वेत बहुल साउथ कैरोलाइना जा रही हैं, जहां बराक ओबामा को रिकार्डतोड़ बहुमत मिला था।
कमला ने 21 जनवरी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर के जन्म दिवस पर राष्ट्रपति चुनाव -2020 के लिए चुनाव मैदान में कूदने की घोषणा की थी। भारतीय मूल की कैलिफ़ोर्निया सिनेटर कमला देवी हेरिस ने अपना राजनीतिक सफर एक सच्चे भारतीय के रूप में शुरू किया और उनकी कदम-कदम पर मिली सफलता के पीछे कोई और नहीं, उनकी मां श्यामला गोपालन हेरिस रहीं। इस तथ्य को कमला स्वीकार करती हैं। कहती हैं, मां श्यामला गोपालन हेरिस के उस गुरूमंत्र को भूल नहीं पा रही हूं , जब उन्होंने बचपन में कहा था कि अपने लक्ष्य पर निगाहें गड़ाए रखो, लोग ख़ुद-ब-ख़ुद पीछे जुड़ते जाएंगे। कमला देवी के साथ यही हुआ भी। सैन फ़्रांसिस्को से डिस्ट्रिक्ट अटार्नी बनने के बाद उन्होंने कभी मुड़कर पीछे नहीं देखा। ठीक उसी तरह जैसे पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने। बराक के पीछे उनके पिता का आशीर्वाद था, तो कमला के साथ उसकी मां का। श्यामला गोपालन ने अपनी दोनों बेटियों कमला और माया को बड़े नाजों से पाला था।
कमला कहती हैं कि उनकी मां को बखूबी मालूम था कि वह अपनी दो अश्वेत बेटियों को एक ऐसे मुल्क में पाल-पोस रही हैं, जो अत्यधिक पारम्परिक और रूढ़िवादी है। लेकिन इन दोनों ही बहनों ने अपनी पहचान बनाए रखने में कोई कोताही नहीं बरती। वह बहुत जल्दी अश्वेत समुदाय में घुल-मिल गईं। बात 1960 की है। कमला और माया तब छोटे थे। उन दिनों मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व में नागरिक अधिकार आंदोलन अपनी जड़ें जमा रहा था। भारत से गिने-चुने लोग ही अमेरिका में जीवन यापन करने आए थे। श्यामला ने सैन फ़्रांसिस्को स्थित बरकली में डेरा जमाया और अश्वेत समुदाय ने उन्हें हाथों हाथ लिया। साथ ही अफ़्रीकी-अमेरिकी समुदाय उनका अपना समुदाय बन गया। बराक ने हवाई द्वीप स्थित अपने दादा के साथ ज़्यादातर बचपन बिताया तो इंडोनेशिया में अल्प समय तक मां के साथ। कमला के साथ यह अनुभव उलट था।
कमला बताती हैं कि पंद्रह साल पहले जिन दिनों ओकलैंड (कैलिफ़ोर्निया) में डिस्ट्रिक्ट अटार्नी की तैयारी में जुटी थीं, उसे दक्षिण भारतीय व्यंजनों में इडली, बड़ा और सांभर बहुत प्रिय थे। वह बचपन में जब कभी तमिलनाडु जाती थीं, अपनी संस्कृति को कभी नहीं भूलीं। कहती हैं, मेरे नाना, नानी और अन्यान्य रिश्तेदारों ने सदैव एक ही बात दोहराई कि वह अपनी दक्षिण भारतीय संस्कृति को कभी नहीं भूले। कमला के पिता डोनाल्ड हेरिस स्टैनफ़ोर्ड में अर्थशास्त्र पढ़ाते थे।
लेकिन दोनों बच्चों की परवरिश मां श्यामला ने ही की। श्यामला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थीं। उनका निधन सन 2009 में हो गया। इसलिए कमला अमेरिका में हेल्थ केयर को अपनी प्राथमिकताओं में एक मानती हैं।(हि.स.)।